– इंडिया नज़र ब्यूरो
किच्छा – क्षेत्रीय विधायक तिलकराज बेहड़ ने आरोप लगाया है कि धान खरीद में किसानो का उत्पीड़न हो रहा है,लेकिन किसानो के शोषण रोकने में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम हो गई है। जिससे किसानो में रोष व्याप्त है।
बेहड़ ने उत्तराखंड सरकार पर कड़े प्रहार करते हुए सरकार तथा प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ”सरकार धान की खरीद फरोक्त करने में बिलकुल असफल हो गयी है। खासकर ऊधम सिंह नगर के किसानों का उत्पीडन किया जा रहा है, किसानो को अपनी धान बेचने में दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही है और मजबूरी में किसान अपना धान ओने-पोने दामों पर दलालों को बेचने पर विवश हो रहा है |”
बेहड़ का कहना है कि सरकार द्वारा धान खरीद के क्रय केंद्र तो आवंटित कर दिए गए है, किन्तु उनमे किसी प्रकार की खरीद फरोक्त नहीं की जा रही है और किसान का लगभग 40% धान ओने-पौने दामों पर बिक चुका है किसानो को MSP का कोई भी लाभ नहीं मिल रहा है| कच्चे आडतियों का पंजीकरण करने में देरी होने के कारण किसानों को बहुत नुक्सान झेलना पडा है. ऊधम सिंह नगर का प्रशासन आंखे मूंदे हुए है तथा किसान सड़कों पर अपना रोष जाहिर करने को विवश हो रहे है | कृषि उत्पादन मंडी के बाहर दलाल खुले आम खरीद फरोक्त कर रहे है,प्रशासन नाकाम दिखता नजर आ रहा है |
विधायक बेहड़ का कहना है कि किच्छा कृषि उत्पादन मंडी में भी भारी संख्या में किसान अपनी धान की फसल को लेकर मंडी में बैठे हुए है और धान की तुलाई किसानो की संख्या को देखते हुए अत्यंत धीमी गति से की जा रही है। कही न कही इसमें अधिकारियों की मिलीभगत नजर आ रही है और किसानो को मंडी में कई-कई दिन बैठना पड़ रहा है। जिस कारण कुछ किसान मजबूर होकर अपनी धान दलालों को कम दामो पर बेचने पर विवश हो रहे है और अधिकतर किसान अपनी अगली फसल बोनें में भी लेट हो रहे है |
विधायक तिलक राज बेहद ने उत्तराखंड सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द किसानो की फसल को क्रय केन्द्रों में तौला जाए व दलालों पर सख्त कार्यवाही की जाए और किसानो को MSP का लाभ भी दिया जाये |