– रुद्रपुर में सैकड़ों बंगाली समुदाय ने निकाली रैली
– बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा के विरोध में बंगाली समाज
– इंडिया नज़र ब्यूरो
रुद्रपुर – बांग्लादेश में सत्ता पलट के बाद हिंदू परिवारों एवं उनके मंदिरों को निशाना बनाए जाने को लेकर देश के अलग-अलग शहरों में विरोध शुरू हो गया है। जनपद ऊधम सिंह नगर में बंगाली समाज के लोग इस घटना के विरोध में जगह-जगह पर प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन भेज कर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर दखल देने की मांग कर रहे हैं।
सूत्रों ने के अनुसार भारत सरकार पड़ोसी देश के हालात पर पैनी नजर रख रही है। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के कथित नरसंहार के खिलाफ दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में हिंदू समूहों ने विरोध प्रदर्शन जारी है। राजनीतिक अशांति से प्रभावित देश में हिंदू मंदिरों को नष्ट करने के खिलाफ भी लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे है।
उत्तराखंड के जनपद ऊधम सिंह नगर में भी हिन्दू समुदाय के सदस्यों की हत्या के विरोध में प्रदेशिक बंगाली कल्याण समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में बंगाली समाज के लोग ने सड़को पर जोरदार मार्च करते हुए उग्र प्रदर्शन किया। नाराज लोग रैली की शक्ल में बस अडडे के सामने स्थित रामलीला मैदान पहुंचे। इस विरोध रैली और प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और युवाओं ने हाथ में तख्तियां लेकर तथा भारतीय झंडा लेकर रैली में अपना हिस्सा लिया।
रैली में भीड़ बांग्लादेश मुर्दाबाद, सैनिक मुर्दाबाद, कट्टरपंथी मुर्दाबाद, आई.एस.आई. मुर्दाबाद, अत्याचार बन्द करो, आदि नारे लगते रहे लोगो ने अपना रोष व्यक्त किया। इस दौरान बंगाली समाज के लोगों ने कहा कि बांग्लादेश में सत्ता पलट के बाद से हमारे हिंदू भाइयों और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश में रहने वाले लाखों हिंदू हम सभी के भाषी परिवार और हमारे नाते रिश्तेदार हैं, इस घटना से वो लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए है।अब बांग्लादेश में हिंदुओं का जीवन सामान्य नहीं रह गया है। भारत सरकार को दखल देकर हिंदूओ की सुरक्षा, उनके मंदिरों की सुरक्षा एवं उनकी संपत्ति की सुरक्षा के विषय में अपना पक्ष रखना चाहिए पूरे घटनाक्रम पर अपनी निगाहें रखनी चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान प्रदेशिक बंगाली कल्याण समिति अध्यक्ष चंद्रशेखर गांगुली ने कहा कि बांग्लादेश में राजनीतिक उठापटक शुरू होने के बाद से ही हिंदू समाज के लोगों और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा था। लेकिन जैसे ही तख्तापलट हुआ वैसे ही इन घटनाओं में इजाफा हो गया।
अध्यक्ष गांगुली ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना की तख्ता पलट होने के बाद वहीं के अल्पसंख्यक हिन्दुओं के उपर हो रहे अमानवीय क्रूर अत्याचार, महिलाओं के साथ बर्बरता,शिशुओं,बच्चो को भी मौत के घाट उतार देना, धार्मिक स्थल और मन्दिरों को तोड़कर आग के हवाले करना तथा हिन्दुओं को खासकर निशाना बनाकर उनके घरों को जला देना मानों उनका तख्ता पलट के साथ यह अन्यायपूर्ण भेदभाव बांग्लादेश से हिन्दुओं का सफाया कराना कट्टरपंथियों का पहला मकसद है।
यह इतिहास में क्रूरता की पराकाष्ठा के रूप में जाना जायेगा, बहुत संख्या में हिन्दुओं को बेघर होकर इधर-उधर जान बचाने के लिए दया की भीख मांगनी पड़ रही है। यह हृदय विदारक घटना से हम भारत में रह रहे हिन्दुओं की रूह कॉप रही है। हम बंगाली हिन्दू समाज भारत सरकार से मांग करते है बांग्लादेश पीड़ित और बेघर तथा बेहाल हिन्दुओं के प्रतिरक्षा की अविलम्ब व्यवस्था करे या शरणार्थी के रूप में उन्हें भारत में अस्थाई रूप से शरण दें।
दर्जा मंत्री उत्तम दत्ता ने कहा कि बांग्लादेश में राजनीतिक उठापटक शुरू होने के बाद से ही हिंदू समाज के लोगों और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा था लेकिन जैसे ही तख्तापलट हुआ वैसे ही इन घटनाओं में इजाफा हो गया। उन्होंने कहा कि हमने महामहिम राष्ट्रपति महोदय के माध्यम से भारत सरकार से बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा, मंदिरों की सुरक्षा सहित तमाम मुद्दों पर दखल देने की अपील की हैं।
उधर बांग्लादेश में हो रही हिंसा में अब तक सैंकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। बांग्लादेश में रह रहे हिंदु परिवारों पर भी वहां के कट्टरपंथी लगातार हमले कर रहे हैं। कई परिवार अपना घर बार छोड़ कर भारत में शरण लेने की कोशिश कर रहे हैं। भारत ने घुसपैठ की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए बांग्लादेश से लगी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। बीएसएफ की टीम लगातार बार्डर एरिया में सतर्कता बढ़ाए हुए है।