
लालपुर – गत वर्षो की भाँति इस साल भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारक नारायणपुर तिराहा पर अगस्त क्रांति दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी एवं पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने ध्वजारोहण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने शहीदों, सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत के इतिहास में 9 अगस्त का दिन कई घटनाओं के लिए याद किया जाता है, इनमें 1942 को ‘अगस्त क्रांति दिवस’ और ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के फैसले का अगले दिन सबसे प्रमुख है, इसी दिन भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था और महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा दिया था जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हो गई थी, इसी दिन 1925 में क्रांतिकारियों ने काकोरी षड़यंत्र को अंजाम देकर अंग्रेजी हुकूमत की चूलें हिला दी थीं!
इस साल भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ होने से अगस्त के महीने का महत्व ज्यादा हो गया है, इस महीने में 9 अगस्त की तारीख का विशेष महत्व है, 8 अगस्त 1942 भारत छोड़ो आंदोलन चलाने का फैसला किया गया और इसकी जमीनी स्तर पर शुरुआत इसके अगले दिन 9 अगस्त को हुई थी जिसे अगस्त क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाता है!
इस कार्यक्रम को लोकतंत्र सेनानी डी एन मिश्रा, हरीश पंत ने भी सम्बोधित किया, कार्यक्रम का संचालन ग्राम प्रधान दीपक मिश्रा व सुभाष तनेजा ने किया। कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी प्रताप सिंह धानक, घनश्याम पांडे, बालकृष्ण पांडे, रामू चतुर्वेदी, धीरज द्विवेदी, पूर्व सैनिक दिगंबर प्रसाद जोशी, भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष भूवनचंद्र, अमर सिंह, अमर खान, समेत सैकड़ों सेनानी परिवार एवं राष्ट्र प्रेमी उपस्थित थे!