
- – विधायक शिव अरोरा के पत्र पर हुई कार्यवाही
- – सीएम ने मुख्य सचिव को दिए सर्वे करने के आदेश।
- – जल्द मिलेगा जलभराव से छुटकारा

रूद्रपुर – वैसे तो राज्य के प्रवेश द्धार ऊधम सिंह नगर जिला मुख्यालय को ओधोगिक राजधानी माना जाता है,लेकिन नगर में बरसात के समय पानी का निकास न होने के कारण नगर की गालिया जलमग्न रहती है। लेकिन इस गंभीर जनहित की समस्या पर किसी भी जनप्रतिनिधि ने कभी गंभीरता से नहीं लिया। जिसका नतीजा यह रहा कि बरसात में बस्तिया और नगर पानी में डूब जाते है।
भाजपा के नव निर्वाचित विधायक शिव अरोरा ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और विधायक बनते ही उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर और उन्हें एक पत्र देकर इस समस्या के स्थाई समाधान के लिये किसी एजेंसी से सर्वे कराये जाने की मांग की। जिसपर मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य सचिव को सर्वे करने के आदेश दिये है। विधायक शिव अरोरा का यह प्रयास ज़रूर रंग लायेगा।
आपको बता दे अक्टूबर 2021 में भारी बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी, दर्जनों लोगो के आशियाने टूट गये थे और इस आपदा में करोड़ों रुपए का नुकसान भी हुआ था। वो ऐसी आपदा थी जिसको याद करके आज भी लोग ख़ौफ़ज़दा हो जाते हैं।
विधायक शिव अरोरा के प्रयासों से ही इस आपदा के दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी ने लोगो की मदद के लिए हर संभव प्रयास किये थे। साथ ही इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए भी प्रयास करने का आश्वासन दिया था। विधान सभा चुनाव के दौरान उन्होंने इस समस्या के समाधान का वायदा अपने संकल्प पत्र में भी किया था। सार्वजनिक रूप से भी उन्होंने ऐलान
किया था कि विधायक बनते ही इस समस्या का स्थायी समाधान करना उनकी प्राथमिकता होगी।
अपने वायदे को पूरा करने के लिए विधायक अरोरा ने विधानसभा के सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर इस समस्या को उठाया और मामले मे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उन्हें एक पत्र सौंपा। जिसमे उन्होंने मुख्यमंत्री से भीषण बाढ़ से आई आपदा के स्थाई समाधान हेतु आई.आई.टी. रूड़की अथवा किसी अन्य समकक्ष तकनीकि संस्थान से सर्वे कराकर जलभराव का स्थाई समाधान कराने की मांग की गई थी।
पत्र में विधायक अरोरा ने कहा था कि रूद्रपुर उत्तराखण्ड का अत्याधिक महत्वपूर्ण नगर एंव औद्योगिक राजधानी के रूप में जाना जाता है, परन्तु प्रत्येक वर्ष नगर में वर्षा आरम्भ होते ही अत्याधिक जल भराव हो जाता है। 19-20 अक्टूबर, 2021 को आई भीषण बाढ़ से बस्तियों एवं शहर में कई जगह 10-10 फीट पानी भर गया एवं लगभग 20 हजार परिवार बर्बादी के कगार पर आ गये। नगर में व्यपारियों एवं उद्योगपतियों का भी सैंकड़ों करोड़ रूपये का नुकसान हो गया। यह एक भीषण आपदा थी। चूकिं वर्षा में हमेशा रूद्रपुर में जलभराव से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है, एवं काफी बढ़ी मात्रा में नुकसान होता है, इस बार की आपदा का भीषण स्वरूप बहुत अधिक चिन्ता देने वाला है। अतः इस समस्या का समाधान जनहित में आवश्यक है।
रुद्रपुर वासियों को जलभराव से निजात दिलाने के लिए विधायक अरोरा के प्रयास रंग लाते दिख रहे है। अरोरा की मांग पर मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य सचिव को रुद्रपुर में जल भराव के कारणों को जानने और समस्या का स्थायी समाधान करने के लिए किसी एजेंसी से सर्वे कराने के आदेश जारी किए है। जिस पर श्री अरोरा ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है। साथ ही नगरवासी विधायक की इस पहल की तारीफ़ कर रहे है।