– अज़हर मलिक
बाजपुर – उत्तराखंड में बाजपुर विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण लगातार बदल रहे है,पिछले चार सालो से भी ज़्यादा समय से कांग्रेस की दावेदारी जता रही कांग्रेस की पीसीसी सदस्य सुनीता टम्टा बाजवा ने कांग्रेस से नाता तोड़ कर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल के समक्ष आप की सदस्यता ले ली।
पहले से ही पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा का विरोध झेल रहे कांग्रेस प्रत्याशी यशपाल आर्य के लिये पीसीसी सदस्य सुनीता टम्टा बाजवा के आप में जाने से उनकी मुश्किलें अब पहले से काफी बढ़ गई है। कुलविंदर सिंह किंदा गुट खुल कर सुनीता टम्टा का समर्थन कर रहा है।
सुनीता टम्टा बाजवा का कहना है कि आम आदमी पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर वो उस पार्टी में गई है। राज्य में सरकार बनने पर केजरीवाल की गारंटी योजनाओ को लागू किया जायेगा। उन्होंने महिलाओ को सम्मान दिया है। बाजपुर क्षेत्र से कांग्रेस का नामोनिशान मिटा दूँगी। आप को बता दे लगातार बाजपुर क्षेत्र में सुनीता टम्टा के प्रति सहानुभूति लहर चल रही है और कांग्रेस के बागी नेता भी अब खुलकर उनके साथ दिखाई देने लगे है। जिससे उनकी स्थिति मज़बूत होती दिख रही है।
वही उनके पति जगतार सिंह बाजवा किसान आंदोलन में राकेश सिंह टिकैत के सबसे करीबी रहे है। ऐसे में किसान नेता उनके पक्ष में समर्थन में उतर सकते है। ऐसी सम्भावनाये व्यक्त की जा रही है कि यह वोट कांग्रेस के पक्ष में न जाकर अब आप के पक्ष में जा सकता है। बहरहाल इस सीट पर अब मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है,कांग्रेस भाजपा के बाद अब आप भी टक्कर में आ गई है। यहां से निर्णय कुछ भी हो सकता है।