

जसपुर – भारतीय जनता पार्टी जसपुर विधान सभा क्षेत्र से अपनी खोई हुई साख वापस पाने के लिये घर-घर दरवाज़ा खटखटा रही है, 2017 में यहां कांग्रेस ने जीत हासिल कर भाजपा को करारा झटका दिया था, वहीं 2022 में भाजपा इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए पुरजोर कोशिशों में लगी है, जसपुर विधानसभा में विकास के नाम पर जनता कितनी ठगी गई और कितना हुआ क्षेत्र का विकास इस मुद्दे पर भाजपा जनता से वोट की मांग कर रही है।
विकास कार्यों के जो सपने कांग्रेस विधायक ने जनता को दिखाये थे उनमें से कितने पूरे हुए इसको लेकर भाजपा जनता के बीच जाकर जागरूक करने का काम कर रही है। जिससे वो फिर से इस सीट को कांग्रेस से छीन सके।
डोर टू डोर कैंपेनिंग कर रहे पूर्व विधायक शैलेंद्र मोहन सिंघल के अनुसार जसपुर में जो विकास कार्य होने चाहिए थे, वो हुए नहीं सिर्फ घोषणाएं और दावे कर जनता से वोट तो लिए गये, लेकिन कार्यों के नाम पर जसपुर में विकास का एक भी पत्थर नहीं रखा।
पूर्व विधायक और भाजपा नेता ने बताया कि कांग्रेसी विधायक ने चुनाव के समय जनता से बडे बडे वादे किये थे, लेकिन उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं कर पाये और अब फिर जनता के बीच जाकर नये-नये वादों का पोटली खोल रहे हैं,और जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
वही आम मतदाताओं का कहना है कि वर्तमान विधायक का विरोध कर रहे पूर्व विधायक को चुनाव के दौरान ही विकास की चिंता सता रही है। अगर उन्हें विकास की छँटा थी तो पिछले पांच सालो में राज्य में उनकी सरकार थी। उन्होंने कितने विकास कार्य करवाये ? जनता का कितना दुःख दर्द समझा,अब जब चुनाव की घोषणा हो गई है तो विकास न होने का राग अलाप रहे है।
लोगो का कहना है कि वो उसी उम्मीदवार को अपना वोट देंगे जो उनकी परेशानी में साथ खड़ा होगा और विकास करेगा। इस बार चुनाव में बेरोज़गारी,रोज़गार मुख्य मुद्दा होगा और जनता अपने प्रत्याशी को समझ कर वोट देगी।