

हल्द्वानी – उत्तर प्रदेश से तस्करी करके उत्तराखंड में युवाओ को नशे से तबाह करने वाले दो ड्रग्स तस्करो को नैनीताल पुलिस ने पकड़ कर उनके कब्ज़े से पचास लाख रूपये की कीमत की स्मैक बरामद की है। यह तस्कर राज्य में सप्लाई का काम करते थे। अब पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस धंधे में और कितने लोग शामिल है।
कुमायूँ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक(डी.आई.जी.) नीलेश आंनद भरणे ने बताया की ये बरामदगी कुमाऊं क्षेत्र की अबतक की सबसे बड़ी बरामदगी है। साथ ही दो तस्कर भी गिरफ्तार किये है। गिरफ्तार बरेली निवासी 29 वर्षीय सारिक अली और हल्द्वानी निवासी 30 वर्षीय शाहिद को दबोचा है। दोनों से 305.21 और 207.60ग्राम स्मैक बरामद की गई। इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में लगभग 51 लाख रुपया आंकी गई है। डी.आई.जी.ने बताया कि ये लोग बरेली से स्मैक लाकर यहां बेचते थे।
पूछताछ में इन गिरफ्तार तस्करो ने पुलिस को जानकारी दी है कि वो बरेली से स्मैक लाकर हल्द्वानी की शिक्षण संस्थानों के पास अपने एजेंटो को बेचा करते थे। जो छात्रों और युवाओ के बीच इसे बेचा करते थे।
डीआईजी ने बताया कि स्मैक की तस्करी की शिकायतों के बाद उनके निर्देश पर ए.एस.पी. हरबंस सिंह और सी.ओ.भूपेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में पुलिस और एस.ओ.जी.टीम का गठन किया गया था, बाद ने बेलबाबा के समीप जाल बिछा कर इस तस्करो को गिरफ्तार किया है। जो पुलिस का सराहनीय कार्य है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा यू.पी.पुलिस के साथ मिलकर उत्तराखंड पुलिस स्पेशल टीम का गठन कर स्मैक तस्करी पर रोक लगाने का प्रयास का करेगी। डी.आई.जी.ने कहा कि उनकी तरफ से तस्करो को गिरफ्तार करने वाली टीम को बीस हज़ार रूपये, जबकि एस.एस.पी.की तरफ से दस हज़ार रूपये का इनाम दिया गया है।