

नानकमत्ता – दोस्ती बहुत नायब होती है,लोग अपनी दोस्ती की कसम खाते है। लेकिन ऊधम सिंह नगर जिले के नानकमत्ता में एक दोस्त ही बन बैठा अपने दोस्त और उसकी फैमिली का कातिल। उसने ऐसी साजिश रच डाली कि दोस्ती पर बदनुमा दाग लग गया।
जी हां ! हम बात कर रहे है ऊधमसिंहनगर जिले के नानकमत्ता में गत 28/29 दिसंबर की राति को हुए एक ही परिवार के चार लोगो की निर्मम हत्याकांड की। पुलिस ने जब इसका खुलासा किया तो हैरान रह गई,क्यों कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि मृतक का एक दोस्त था। जिसने लालच में आकर अपने गैंगस्टर दोस्तों के साथ रच डाली थी हत्याकांड की साजिश।
अब पुलिस ने इस हत्याकांड से जुड़े तीन लोगो को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इनका एक साथ फरार है। पुलिस के खुलासे के बाद खुलासा करने वाली टीम पर मुख्यमंत्री सहित पुलिस अधिकारियों और व्यापारियों ने कर दी है इनामों की बौछार।
आपको बता दे कि 29 दिसंबर को करीब एक बजे बजे देवा नदी के किनारे ग्राम सिद्धानवदिया के पास 02 शब होने की सूचना पर नानकमत्ता पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि 2 व्यक्तियों के गले धारदार हथियार से रेत कर व घोप कर निर्मम हत्या कर दी गयी थी।
उक्त शवों की पहचान करने पर शव अंकित रस्तोगी उर्फ अजय पुत्र शिवशंकर रस्तोगी निवासी नानकमत्ता उम्र करीब 28 वर्ष व उदित रस्तोगी पुत्र अनिल रस्तोगी निवासी कस्बा शाही जिला बोली उम्र 21 वर्ष के रूप में हुयी।
मौके पर जानकारी प्राप्त हुयी कि मृतक अंकित के घर में स्थिति संदिग्ध है जिस पर नानकमत्ता पुलिस मृतक के घर पहुंची तो घर के अन्दर अंकित रस्तोगी की माता आशा देवी पत्नी शिवशंकर रस्तोगी उम्र 55 वर्ष व नानी सन्नो देवी पत्नी स्व0 हजारा सिंह निवासी शाही जिला बरेली उम्र 75 वर्ष के शव बरामद हुये जिनके गले भी धारदार हथियार से रेत कर निर्मम हत्या की गयी थी।
उपरोक्त 04 लोगों की निर्मम हत्या की घटना से नानकमत्ता क्षेत्र में दहशत व असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो गया था। इस मामले में आदेश कुमार की तहरीर के आधार पर थाना नानकमत्ता थाना में मुकदमा FIR NO. 351/2021 U/S. 302/201 IPC बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया था।
हत्याकांड की सूचना पर पुलिस अधिकारी तुरन्त मौके पर पहुंचे व डॉग स्क्वॉड टीम व फोरेन्सिक टीम व एस०ओ०जी०/ सर्विलांस टीम व जनपद ऊधम सिंह नगर के समस्त थानों से कुशल अधिकारीयो को बुलाया गया।
उप महा निरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र, नैनीताल के आदेश के पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देशन एसपी क्राईम के नेतृत्व में सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये। सर्विलांस हेतु 20 टीमों का गठन किया गया। मृतक अंकित रस्तोगी के सगे सम्बन्धी, मित्र मण्डली व संदिग्ध व्यक्तियों से गहनता से पूछताछ की गई।
घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज का और सर्विलांस की मदद से कड़ी से कड़ी को जोड़ते हुए आज पुलिस टीम ने इस हत्याकांड में शामिल अभियुक्त रानू रस्तोगी, विवेक वर्मा, मुकेश वर्मा उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त कार बैगनार न०-UA06 E 6212 व लूटे गये 35,000/- रुपये बरामद किये कर लिये।
मृतक अंकित रस्तोगी कबाड़ की दुकान चलाता था, करीब एक माह पहले मृतक अंकित रस्तोगी ने नानकमत्ता में आशीर्वाद ज्वैलर्स नाम से सुनार की खोली थी जिसपर 30-40 लाख खर्च किया था। अभियुक्त रानू रस्तोगी पुत्र अनिल रस्तोगी मृतक अंकित रस्तोगी का मित्र था जो कि लगातार मृतक के सम्पर्क में रहता था .उसका अंकित के घर भी आना जाना था।
रानू रस्तोगी की मुलाकात दूसरे अभियुक्त सचिन सक्सेना से हुई जो कि शातिर किस्म का गैंगस्टर अपराधी है। इनके द्वारा अपने दो अन्य साथियो विवेक वर्मा, मुकेश वर्मा के साथ मिलकर आपराधिक षड्यन्त्र रचकर दिनांक 28 दिसंबर को लूट और डकैती करने के उद्देश्य से मृतक अंकित रस्तोगी व उदित रस्तोगी को किसी बहाने से घर से बाहर बुलाकर देवा नदी के किनारे ग्राम सिद्धानवदिया ले जाकर डंडे व रॉड से वार करते हुए घायल कर दिया और सर्जिकल ब्लेड से अंकित व उदित रस्तोगी के गले रेतकर निर्मम हत्या कर दी गयी थी।
इसके बाद यह सभी अभियुक्त मृतक के घर पर पहुचें,जहां मृतक की माँ आशा देवी व नानी सन्नो देवी की हसिये से गले रेतकर निर्मम हत्या करते हुए दुकान से करीब 40,000/- रुपये लूट कर ले गये, परन्तु यह सुनार की दुकान में लगा लॉकर खोल/तोड़ नही पाये और मौके से फरार हो गये।
अब पुलिस इनके फरार साथी सचिन सक्सेना पुत्र स्व0 राजकुमार सक्सेना निवासी सिंह कालोनी खटीमा की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।