

रुद्रपुर – तराई के संस्थापक एवं महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय पं0 रामसुमेर शुक्ल की 106वी जयंती के अवसर पर विधायक राजेश शुक्ला, विधायक राजकुमार ठुकराल, जिला अध्यक्ष शिव अरोरा के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
उपस्थित वक्ताओ ने कहा कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रामसुमेर शुक्ल का जन्म ग्राम भेड़ी तहसील रुद्रपुर जिला देवरिया तत्कालीन जिला गोरखपुर उत्तर प्रदेश में 28 नवंबर 1915 को हुआ था, उन्होंने छात्र जीवन से ही नेतृत्व की क्षमता ने उन्हें एक अलग पहचान दी। स्व0 शुक्ल 1936 में लाहौर अधिवेशन में मात्र 21 वर्ष की आयु में जिन्ना के द्वीराष्ट्रवाद का खुले मंच से विरोध किया था व राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी।
नैनी जेल इलाहाबाद व फतेहगढ़ जेल में हुए नजर बंदी कैदी के रूप में अनेक घोर यातनाएं सही। पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी द्वारा तराई को आबाद करने की जिम्मेदारी स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल के नेतृत्व में गठित 3 सदस्य टीम को सौंपी गई, स्वर्गीय शुक्ल ने अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए तराई को आबाद किया। आज जो रुद्रपुर का विकसित स्वरूप दिख रहा है इसकी नींव 1956 में स्वर्गीय शुक्ल जी ने रखी थी।
स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल ने आमजन की समस्याओं को हल करने के लिए राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर पर आजीवन संघर्ष किया था, निरंतर संघर्षरत रहने के कारण उनका स्वास्थ्य खराब हो गया और 4 दिसंबर 1978 को 63 वर्ष की आयु में रुद्रपुर ऊधमसिंहनगर में उनका देहांत हुआ। वर्तमान पीढ़ी के युवाओं को स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल द्वारा की गई समाज सेवा और योगदान से प्रेरित होकर समाज सेवा करनी चाहिए।
विधायक राजेश शुक्ला ने भारत सरकार के स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे व प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा निर्माणाधीन स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए बजट जारी करने के बाद किच्छा में एम्स की स्वकृति पर आभार जताया और कहा कि तराई क्षेत्र के लोगो के लिए पंडित राम सुमेर शुक्ल राजकीय मेडिकल कॉलेज व एमस संजीवनी का कार्य करेगी।
इस दौरान सफलता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष जगत सिंह परिहार, उत्तम दत्ता, हरीश पंत, कुंदन लाल खुराना, धर्मराज जयसवाल, उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा, तरुण दत्ता, उत्पल दीक्षित, राधेश शर्मा, सुरेश कोली, अरुण शुक्ला, हरीश जल्होत्रा, अकील अहमद, हारुण मलिक, टेनी मास्टर समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।