
– फिर निकला बोतल से एचएच 74 का जिन्न– कांग्रेस ने रखी सीबीआई जांच की मांग– भाजपा ने क्यों रुकवायी एसआईटी जांच

काशीपुर – एनएच-74 घोटाले का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है, इस बार ये जिन्न चुनावी मुद्दा बनकर भाजपा और कांग्रेस के बीच फुटबॉल की तरह उछल रहा है। जहां एक ओर भाजपा एस घोटाले पर कार्यवाही को अपनी उपलब्धि मान रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस इस घोटाले पर निष्पक्ष और सीबीआई जांच की मांग कर रही है, जबकि एनएच-74 घोटाले के पूरे मामले में चल रही एसआईटी जांच को क्यों अधर में रोक दिया गया। ये एक बडा सवाल है, जिसको लेकर सरकार के पास कोई ठोस जवाब नहीं है, लेकिन अब एनएच 74 पर सियासी संग्राम क्या गुल खिला रहा है देखिये हमारी ये खास रिपोर्ट :-

जनपद ऊधम सिंह नगर में हुए सबसे बडे एनएच 74 घोटाले को अपनी उपलब्धि बता रही भाजपा सरकार जहां कांग्रेस को घेरने के लिए बार बार एनएच 74 का जिन्न बाहर निकाल कर कांग्रेस को घेरने का काम कर रही है। वहीं हकीकत तो ये है कि ये पूरा मामला कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही खुल चुका था, और तत्कालीन कमिश्नर ने इस घोटाले पर जांच भी शुरु करा दी थी, यही नहीं इस पूरे मामले पर पीआईएल भी दाखिल हो चुकी थी। लेकिन पूरे मामले के उजागर होते ही सत्ता परिवर्तन होने के चलते भाजपा सत्ता में आयी और इस मामले पर चल रही कार्यवाही को अमलीजामा पहनाने का काम भाजपा ने शुरु किया।
लेकिन जब पूरे मामले पर कई बडे चेहरे और कई बडे नाम उजागर होने की सम्भावनाएं बनने लगी तो एसआईटी की जांच को अधूरे में ही रोक दिया गया, जिसको लेकर अब राजनीतिक घमासान छिडने लगा है, भाजपा इस पूरे मामले को अपनी उपलब्धि मानते हुए एनएच पर कांग्रेस को घेरने की कोशिशों में लगी है।
जबकि एनएच को लेकर कांग्रेस को घेरने वाली भाजपा को कांग्रेस ने करारा जवाब देते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच का दांव खेल भाजपा को घेरने का काम शुरु कर दिया है, यही नहीं कांग्रेस का कहना है कि अगर एनएच घोटाला भाजपा की उपलब्धियों में है। तो पूरे मामले की सीबीआई कराकर भाजपा को पुरी जांच निष्पक्ष करानी चाहिए, जिससे सभी चेहरे बेनकाब हो सके।
आखिर क्यों भाजपा एनएच 74 घोटाले की सीबीआई जांच से बच रही है, और क्यों एसआईटी की कार्यवाही अधर में लटका कर सिर्फ जनता को गुमराह कर रही है, ये एसे सवाल एक बार फिर चुनावी सरगर्मियो को तेज कर रहे है, भाजपा और कांग्रेस दोनों के बीच एनएच 74 घोटाले को लेकर छिडी जंग चुनावी माहौल को कितना गर्म करती है ये आने वाले चुनावों में दिखाई देगा, वहीं घोटाले का जिन्न किसको राजनैतिक लाभ दिला पाता है ये आने वाला समय ही बतायेगा।