
काशीपुर – देश का अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आज सड़कों पर है, और सत्ता मे बैठे नुमांईदें अन्नदाताओं के दर्द को समझने के बजाय़ उनके आंदोलन को कुचलने में लगे है, कभी किसानों के आंदोलन गलत ठहराया जाता है, तो कभी किसानों को रौंद कर उनके हौसले तोडने की कोशिश की जाती है। यही नहीं, सत्ता में बैठी भाजपा के नुमांईदें भी अन्नदाता के आंदोलन का मजाक बनाकर उसे राजनीतिक स्टंट बता रहे है, कुछ ऐसा ही एक विवादित बयान देते हुए काशीपुर के भाजपा विधायक ने तो सीधे ये कह दिया कि धरने पर बैठ लोग किसान नहीं बल्कि राजनीति करने वाले लोग है, जो किसानों के आंदोलन की आड़ में अपनी राजनीति चमका रहे है।
लम्बे समय से किसान अपने आंदोलन के माध्यम से केन्द्र सरकार को जगाने में लगा है, तो दूसरी तरफ सरकार किसानों किसानों की मांगें तो दूर उनके आंदोलन को कुचलने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है। यही नहीं, भाजपा के नेता किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए किस हद तक जा सकते है इसका उदाहरण लखीमपुर खीरी में देश की जनता देख ही चुकी है।
वहीं भाजपा नेता जुबानी जंग में भी किसानों के आंदोलन पर कई टिप्पणियां भी कर चुके है, अब काशीपुर से भाजपा के विधायक हरभजन सिंह चीमा ने किसानों के आंदोलन पर विवादित बयान देते हुए कहा है कि किसानों के आंदोलन में किसानों का हाथ पकड़कर राजनीति की जा रही है, किसानों के आंदोलन और धरने पर किसान नहीं बल्कि राजनीतिक लोग धरना देकर सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे है।
यही नहीं, हरभजन सिंह चीमा के अनुसार किसानों का आंदोलन जहां राजनैतिक है, वहीं उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार लगातार किसानों से वार्ता के माध्यम से रास्ता निकाल कर आंदोलन को समाप्त करने की बात कह रही है लेकिन किसान वार्ता करने के लिए तैयार नहीं है, क्योकि किसानों के आंदोलन के पीछे चंद राजनीतिक लोग अपनी राजनैतिक रोटियां सेक रहे हैं, जिससे किसानों के आंदोलन का हल नहीं निकल पा रहा है।