

– नीरज मेहता
धारचूला – यू तो उत्तराखंड को ‘देव भूमि’ के नाम से जाना जाता है, यहाँ देश विदेश से पर्यटक चार धाम यात्राओं के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में स्थित पौराणिक मंदिरो के दर्शन कर अपनी धार्मिक आस्था को मनाते है,साथ ही यहां प्राकृतिक सौंदर्य का आंनद भी लेते है।
ऐसे ही पिथौरागढ़ जिले के गूंजी में जिलाधिकारी आशीष चौहान की नई सोच से ‘शिव महोत्सव’ का आगाज़ होने जा रहा है। यह वो स्थल है जहाँ से गुज़र का श्रद्धालु छोटा कैलाश और कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाते है। यही पर नेपाल और भारत का काला पानी विवाद पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ था। यहाँ का प्राकृतिक सौन्दर्य किसी स्वर्ग से कम नहीं है। बर्फ से लकदक खूबसूरत पहाड़ियों के बीच झरने इसमें चार चाँद लगा देते है।
हरीश धामी, विधायक, धारचूला
इसकी प्राकृतिक सुंदरता पूरे विश्व के सामने आ सके साथ ही गूँजी एक नये पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकेगा। जिलाधिकारी की इस पहल का सबने स्वागत किया है। इसकी तैयारियां ज़ोरो शोरो पर चल रही है।
जिलाधिकारी आशीष चौहान का कहना है कि इस स्थल का धार्मिक महत्व भी है,यही से श्रद्धालु कई धार्मिक यात्राओं पर निकलते हैं। ‘शिव महोत्सव’ में प्रस्तावित उत्सव में खेल पेरा मोटरिंग, रिवर राफ्टिंग, रोक क्लाइंबिंग, ट्रैकिंग, साइकिलिंग, हॉर्स राइडिंग और भी कई साहसिक खेलो का प्रदर्शन होगा। जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहन मिलेगा साथ ही यह स्थल पर्यटन के लिए पूरे विश्व में उत्तराखंड के मानचित्र पर स्थान पा सकेगा।
आशीष चौहान, जिलाधिकारी पिथौरागढ़
वही विधायक हरीश धामी ने भी जिला अधिकारी के इस पहल को बहुत सराहा हैं और कहा हैं कि येशिव महोत्स पिथौरागढ़ जिले के लिए ही नहीं पूरे उत्तराखंड के लिए एक मिल का पत्थर साबित होगा जिससे पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलेगा।
जो भी हो यह स्थल यदि विश्व के पर्यटन स्थल के रूप में स्थान पा गया तो यह उत्तराखंड के लिये रोज़गार के साथ ही अपने प्राकृतिक सौन्दर्य से नई आभा भी बिखेरेगा।