– अज़हर मलिक
काशीपुर – प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है भाजपा और कांग्रेस के दावेदारों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के सभी दावेदार अपने आप जनता हितेषी और जनता के जनहित मुद्दों के लिए लड़ाई लड़ने वाला योद्धा बताते हुए दिखाई दे रहे है। लेकिन सारे दावों की पोल कांग्रेस के 24 घंटे के प्रदर्शन ने खोल कर रख दी। कौन है, जनता का हितैषी और कौन हितैषी होने का करता है ढोंग रच रहा है इस पर पढिये विशेष रिपोर्ट-
काशीपुर विधानसभा सीट प्रदेश की हॉट सीट में से एक है। जिस पर 20 सालो से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरभजन सिंह चीमा ने अपना कब्जा जमा रखा है। जिस को हराना कांग्रेस के लिए लोहे के चने चबाने जैसा दिखाई दे रहा है। लेकिन इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव का समीकरण कुछ और बनते हुए दिखाई दे रहे है।
सूत्रों की माने तो हरभजन सिंह चीमा मोदी जी के एच फैक्टर में सेट नहीं बैठते हैं। इसलिए इस बार भारतीय जनता पार्टी किसी और चेहरे पर काशीपुर विधानसभा सीट पर दांव खेल सकती है। जिस वजह से कांग्रेस के दावेदारों की फेहरिसत लंबी होती जा रही है।
सभी दावेदार अपने आप को जनता का हितैषी भी बताते हुए दिखाई दे रहे है। लेकिन कांग्रेस के द्वारा लगातार 24 घंटे के विरोध प्रदर्शन ने ही कांग्रेसियों की पोल खोल कर रख दी….. दिन के उजाले में प्रदर्शन के लिए तो दर्जनों से अधिक दावेदार कांग्रेसी प्रदर्शन में दिखाई दिया।
लेकिन जैसे-जैसे सूरज ढलता रहा जनता अपने घरों में जाती रही, वैसे वैसे ही टिकट के दावेदार कांग्रेसी भी प्रदर्शन से छूमंतर होते हुए दिखाई दिए। देर रात्रि प्रदर्शन में सिर्फ कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल और कुछ कांग्रेसी ही दिखाई दिए हैं।
वही मौके पर उपस्थित महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल ने कैमरे के आगे तो खुलकर कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों इशारों में बहुत कुछ कह गए।
विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तो कांग्रेस से दावेदारी करने वालों की लंबी लिस्ट है। लेकिन जनहित मुद्दों पर सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने वालों की संख्या में कमी है।
फ़िलहाल देखने वाली बात होगी कि पार्टी के आलाकमान काशीपुर विधानसभा सीट पर किस पर दांव खेलते हैं, जो पब्लिक के बीच में रहकर प्रदर्शन करता है या फिर जो प्रदर्शन के नाम पर मात्र दिखावा करते है।