
काशीपुर – उत्तराखंड की राजनीति में चुनावी घमासान के लिये तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी चर्चा में है,जब उसने उत्तरखंड में सत्ता में आने पर 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा की थी। लेकिन अब उसकी चर्चा सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी की एक विवादित फ्लैक्सी के फोटो के सोशल मीडिया वायरल होने को लेकर है। यह फ्लैक्सी किस स्थल पर लगी है यह तो पता नहीं लग पाया है। लेकिन इससे नया विवाद उठ खड़ा हुआ है।
आपको बता दे कि जो फ्लैक्सी का जो चित्र वायरल हो रहा है। उसमे सबसे ऊपर सवाल करता हुआ शीर्षक लिखा गया है की ‘उत्तराखंड का CM कौन हो ?’ इस सवाल के नीचे दो तस्वीरें लगी हुई हैं। जिस पर एक तरफ आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार कर्नल कोठियाल की तस्वीर है इसके ऊपर ‘देशभक्त फौजी‘ लिखा हुआ है, तो वहीं दूसरी फोटो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की है,जिसके ऊपर ‘नेता’ लिखा हुआ है।
हालांकि अभी आधिकारिक रूप से आम आदमी पार्टी ने ऐसी किसी फ्लैक्सी लगे होने से इंकार किया है। लेकिन इसके फोटो वायरल होने से यह मामला राजनीतिक रूप से गरमा रहा है। अब सवाल यह है कि क्या जानबूझ कर यह फ्लैक्सी आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए किसी साजिश के तहत लगाकर उसके चित्र को वायरल किया गया है या फिर वास्तव में आम आदमी पार्टी की और से ऐसी फ्लैक्सी लगाईं गई है ?
अभी भले ही इस फ्लैक्सी के स्थल को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन सत्ताधारी भाजपा इसको लेकर आम आदमी पार्टी पर हमलावार हो गई है। उसने फ्लैक्सी को लेकर आम आदमी पार्टी की ऐसी विचारधारा की निंदा शुरू कर दी है।
फ्लैक्सी को लेकर जो सवाल भाजपा द्वाराउठाये जा रहे है उनमे प्रमुख है, क्या उत्तराखंड में देशभक्त वही जो फौजी है कोई नेता देशभक्त नहीं हो सकता क्या ?
देशभक्त होने के लिए पहले आर्मी से रिटायरमेंट लेना पड़ेगा ? या देशभक्ति का परिचय लोगों को सार्वजनिक रूप से फ़्लेक्सियों पर लिखना पड़ेगा ?
ऐसी फ्लैक्सी से आम आदमी पार्टी बताना चाहती है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री देशभक्त नहीं ? ऐसे ही सवाल भाजपा द्वारा उठाये जा रहे है। यह मामला तूल पकड़ा तो ज़ुबानी राजनीतिक जंग की शुरुआत हो सकती है।
वैसे देख जाये तो पहली बार चुनाव के दंगल में अपनी मुश्के कास रही आम आदमी पार्टी को उत्तराखंड में लोगों ने सराहा है, क्योंकि आम आदमी पार्टी के दिल्ली के कार्यकाल को लोगों ने देखा जहां शिक्षा पानी इलाज गरीबों के लिए निशुल्क है। उसी उम्मीद में उत्तराखंड में भी आम आदमी पार्टी को अपनी पहली पसंद बनी हुई हैं। आम मतदाताओं को यही उम्मीद हैं कि अन्य राजनीतिक दलों की तरह आम आदमी पार्टी की विचारधारा उनसे अलग होगी। वो सिर्फ विकास के मुद्दे पर ही चुनाव लड़ेगी और दिल्ली जैसा बदलाव उत्तराखंड में भी करके दिखायेगी।
अब जो भी हो राजनीतिक के दंगल में अभी तो शुरुआत है देखना है आगे आगे क्या होता है। फिलहाल तो सत्ताधारी भाजपा इसे मुद्दा बनाए के मूड में दिखाई दे रही है।