
- हाथी की ममता की मिसाल
- अपने बच्चो से बहुत प्यार करते है हाथी
- बच्चे के लिये खुद की जान भी कर दी कुर्बान

ऊधम सिंह नगर – अगर मामला अपने बच्चे को बचाने का हो तो कोई भी अपनी जान पर खेल कर बच्चे को बचाने की कोशिश करता है। चाहे वो इंसान हो या जानवर, आज ऐसा ही दर्दनाक मंज़र रेलवे ट्रैक पर देखने को मिला। जहाँ एक हाथी ने अपने बच्चे को बचाने के लिये खुद को भी खतरे में डाल कर अपने बच्चे को बचाने की बहुत कोशिश की,लेकिन वो बच्चे को तो नहीं बचा पाया,हां अपनी जान ज़रूर गवा दी।
प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार आज सुबह आगरा से चली आगरा फोर्ट ट्रेन लालकुआँ से होकर रामनगर की तरफ जा रही थी। जैसे ही ट्रेन टांडा जंगल के करीब पहुंची रेलवे ट्रेक पर हाथियों का झुण्ड रेलवे ट्रेक को पार कर रहा था। हाथी का एक बच्चा रेलवे ट्रेक के बीच चल रहा था। सामने से ट्रेन आते देखकर हाथी ने बच्चे को सावधान करने के लिये चिंघाड़ लगाईं। लेकिन बच्चा रेलवे ट्रैक से हटा नहीं।

जैसा कि बताया जाता है कि अपने बच्चे की ज़िन्दगी बचाने के लिये हाथी रेलवे ट्रेक पर जा पहुंचा। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी, हाथी और उसका बच्चा दोनों ट्रेन की चपेट में आ गये थे दोंनो की ही मौके पर मौत हो गई। इंसान की तरह एक हाथी ने भी अपने बच्चे को बचाने की ममता में खुद की जान भी कुर्बान कर दी।
इस हादसे के बाद उग्र हाथियों का झुण्ड रेलवे ट्रेक पर जमा हो गया और वहा कई घंटे तक जमा रहा,जिससे कई रुट की ट्रेने बाधित हो गई। यह तो गनीमत रही कि चालक ने सूझबूझ से
तुरंत ट्रेन को वापस सिडकुल हाइट स्टेशन वापस ले आया। जिसके यात्रियों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
बाद में वन विभाग और रेलवे प्रशासन मौके पर पहुंचा। कई घंटे की मशक्कत के बाद हाथियों को रेलवे ट्रेक से हटाने कामयाब हुआ। हाथी और उसके बच्चे का मौके पर पोस्टमार्टम किया गया।
मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त राहुल सिंह ने बताया कि वन विभाग की टीम ने हाथियों के झुंड को वापस जंगल की तरफ हटा दिया है। हाथियों के झुण्ड को रेलवे ट्रैक पार करते समय यह हादसा हुआ है।