– विक्की रस्तोगी
नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश का मशहूर गैंगस्टर अंकित गुज्जर की दिल्ली के तिहाड़ जेल में संदिग्ध हालात में मौत हो गयी है। बताया जा रहा है कि अंकित के मौत के आठ घंटे पहले, उसने और उसके दो साथियों ने, जेल के एक अधिकारी के साथ मारपीट की थी।
तिहाड़ जेल के एडिशनल सुपरिटेंडेंट ने इस मारपीट की शिकायत पश्चिमी दिल्ली के हरी नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी। करीब रात के 1:30 बजे पुलिस को सूचना मिली की अंकित गुज्जर की अप्राकृतिक मौत हो गयी है।
जांच करने पर पुलिस को पता चला कि अंकित गुज्जर और उसके दो साथियों के साथ, चार लोगों ने जमकर मारपीट की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अंदरूनी चोट लगने की वजह से अंकित गुज्जर की मौत मौके पर ही हो गयी। जबकि उसके दो साथी घायल है, जिसमें से एक के हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और उन दोनों का इलाज डी डी यू अस्पताल में चल रहा है।
दरअसल, अंकित गुज्जर उत्तर प्रदेश का एक कुख़्यात अपराधी था। साल 2014 में उसने एक बीजेपी के मशहूर और बहुचर्चित नेता विजय पंडित की बेरहमी से हत्या कर दी थी। जिसके परिणामस्वरूप अंकित गुज्जर को एक साल बाद यानी 2015 में गिरफ़्तार कर लिया गया था।
पुलिस का कहना है कि 3 अगस्त को अंकित के खिलाफ़ ‘हिंसात्मक व्यवहार’ करने की शिकायत दर्ज की गयी थी। जब पुलिस अधिकारी अचानक उसके सेल में पहुंचे तो तलाशी के दौरान एक मोबाइल चार्जर और मोबाइल फ़ोन बरामद किया गया। साथ ही वहां अंकित के अलावा उसके दो साथी गुरजीत सिंह और गुरमीत सिंह भी मौजूद थे।
जब उन्हें अलग अलग सेल में ट्रांसफर करने के लिए एक पुलिस अधिकारी गया, तो उन लोगों ने उस अधिकारी पर हमला कर दिया। जिसके जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने कम बल का प्रयोग करके स्थिति को काबू में किया। जिसके बाद एडिशनल सुपरिटेंडेंट ने इनके खिलाफ़ पश्चिमी दिल्ली के हरी नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि, अंकित के पिता का आरोप है कि इसके पीछे जेल के अधिकारियों का ही हाथ है, क्योंकि अंकित गुज्जर ने प्रोटेक्शन मनी देने से इंकार कर दिया था, जिस वजह से जेल के एक अधिकारी ने अंकित के गालों पर थप्पड़ जड़ दिया, फिर बदले में अंकित ने भी उसे थप्पड़ मारा। जिसके बाद लगभग 30 अधिकारियों ने मिलकर अंकित को बेरहमी से मार डाला।
बहरहाल, इस मामले की जांच शुरू हो चुकी है। जिसमें जेल के अधिकारियों की इस मामले उनकी भूमिका की भी जांच होगी।