

काशीपुर – कोबीड के मद्देनजर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर बरती जा रही चौकसी लोगो के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है,काशीपुर से लगे यूपी उत्तराखंड बॉर्डर पर कोरोना गाइड लाइन के तहत पुलिस ने निगहबानी सख्त की हुई है, तो वहीं बॉर्डर पर प्राइवेट बसों का संचालन बंद होने से लोगो की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। साथ है उत्तराखंड में प्रवेश करने के लिए दूसरे जनपदों और इलाकों से आने वाले यात्रियों को कई किलोमीटर का पैदल ही सफर तय करना पड़ रहा है।
यात्रियों का कहना है कि रोडवेज बसें एक गंतव्य की होने कारण बीच में यात्रियों बैठाने को न तो रुकती है और न ही उतार पाती है, जिसकी वजह से टेंपो और ई रिक्शा में चालकों को उनका मनमाना किराया देना पड़ रहा है,वहीं कुछ का यह भी कहना था कि भीषण गर्मी में पहले पैदल सफर करो फिर बॉर्डर पर कोबिड़ की गाइड लाइन के तहत लंबी कतारो में लगना जनता को भारी मुसीबत में डाले हुए है प्रशासन और प्रदेश सरकार को चाहिए इसके लिए कोई समाधान निकाले।

वहीं दूसरी ओर इस बावत जब बॉर्डर पर निगहबानी कर रहे सीपीयू अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के तहत सतर्कता बढ़ाई गई है, जिसके चलते जनता को थोड़ा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन हमारा हर संभव यही प्रयास रहेगा कि यात्रियों को परेशानियों से बचाया जा सके।