

रुद्रपुर – उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के गदरपुर में एक राईस मिल में ब्रांडेड अल्ट्राटैक और एसीसी नाम से नकली सीमेंट बनाया जा रहा था। एसओजी टीम ने छापा मारकर तीन लोगो को गिरफ्तार कर मौके से 175 कट्टे नकली सीमेंट अल्ट्राटैक,भारी मात्रा में सीमेंट बनाने का मैटेरियल और अन्य सामान बरामद किया।
जिले के एसएसपी दलीप सिंह कुँवर ने इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि गदरपुर में बाराकोट रोड पर विशाल बत्रा की राइस मिल लंबे समय से बंद चल रही है,जिसका एक हिस्सा उन्होंने बाजपुर के रहने वाले भूरा को किराये पर दिया था। वह अपने साथियों के साथ यहां अल्ट्राटेक और एसीसी की बोरियों में नकली सीमेंट भरकर बड़ा कारोबार कर रहा था। इस सीमेंट की सप्लाई पूरे जिले में होती थी। लोग सस्ते के झांसे में आकर सीमेंट खरीद लेते थे।

एसओजी ने यहां से बड़ी मात्रा में सीमेंट की खाली और भरी बोरियां बरामद की। राजस्थान से राख मंगवाकर सीमेंट का निर्माण कर रहे थे। उनके पास तमाम बिल भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस कार्यवाही के बाद मुख्य आरोपी भूरा सहित तीन लोगो को गिरफ्तार किया है। इनसे अब पुलिस नकली सीमेंट के धंधे का पता लगायेगी। साथ ही राइस मिल मालिक विशाल बत्रा को भी पुलिस ने हिरासत में ले कर पूछताछ कर रही है।
पुलिस की जांच में पता चला है कि अभी तक यह नकली सीमेंट बिक्रेता तीस लाख रूपये से ज़्यादा की बिक्री कर चुके है। पकडे गये दो लोगो का आपराधिक इतिहास भी है,मुख्य आरोपी मोहम्मद इस्लाम उर्फ़ भूरा गो कशी में जेल जा चुका है,जबकि प्रेम शंकर इससे पहले भी नकली सीमेंट बनाने में गिरफ्तार हो चुका है।
यही नहीं,इस नकली सीमेंट फ़ैक्ट्री से कई ग्राम प्रधानों को मनरेगा योजनाओ में भी 330 रूपये की दर से सीमेंट देने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा भी कई स्थानों पर सस्ते में इन लोगो ने सीमेंट उपलब्ध करवाया था। जिसकी जांच अब एसओजी कर रही है।