

हल्द्वानी – आप राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हो तो नियमो का पालन नहीं करोगे क्या ? यह सवाल लोग इस लिए पूछ रहे है कि कल उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक रक्तदान कार्यक्रम में शामिल हुए थे,जहां सोशलडिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई थी। किसी अधिकारी की क्या मजाल कि वो पूर्व मुख्यमंत्री को नियमो का पाठ पढ़ा देता।
चर्चा का विषय बना यह मामला उत्तराखंड के हल्द्वानी का है पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक रक्त दान कार्यक्रम में हल्द्वानी पहुंचे थे, किन्तु उनके साथ आये कार्यकर्ताओ ने कोविड गाईडलाईन का बिल्कुल पालन नहीं किया। आखिर वो सूबे के पूर्व मुख्य्मंत्री है और सत्ता धारी पार्टी के नेता भी। प्रशासन की कहा मजाल जो उन्हें टोक दे या उनके विरुद्ध कोई एक्शन ले।

लोगो की इस मामले पर प्रतिक्रिया थी कि नियम कायदे कानून तो सिर्फ आम जनता के लिये होते है। सत्ताधारी पार्टी ही नियमो की अनदेखी कर रही है तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है कैसे वो जनता से नियमो का पालन करने की उम्मीद रख सकते है।
आप को बता दे हल्द्वानी में यह कार्यक्रम एक बैंकेट हाल में आयोजित किया गया था। सैकड़ो लोग इसमें शामिल हुए जिसमे भाजपा के कार्यकर्ता और राज्य स्तर मंत्री भी शामिल थे। आम जनता को कोविंड की गाइडलाइन का पाठ पढ़ाने वाला प्रशासन आखिर कहा गायब रहा ? इन तस्वीरों को देख कर तो ऐसा लगता है ”शायद अब कोरोना कही छुट्टी पर निकल गया इन नेताओ से कह गया है कि अब मैं नहीं आऊंगा”