

काशीपुर – काशीपुर के सहोता अस्पताल का एक हैरतअंग्रेज वीडियो वायरल हो रहा है,जिसमे अस्पताल के कर्मी गुंडई करते हुए भर्ती मरीज़ के तीमारदारों को लाठी डंडो से बुरी तरह दौड़ा दौड़ा कर पीट रहे है। इस मारपीट में मरीज़ के दो तीमारदार बुरी तरह घायल हो गये, जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जी हां ! काशीपुर के सहोता अस्पताल में भी ऐसा ही कुछ हुआ, जहां तीमारदारों से मामूली बहस खूनी संघर्ष में तब्दील हो गयी, खूनी संघर्ष भी ऐसा जिसे देखकर आपकी रुह कांप जायेगी, वायरल हुए वीडियो में आप खुद देखिये खूनी संघर्ष की लाईव मारपीट। अज़हर मलिक की एक खास रिपोर्ट :-
दरअसल मामला कल का है, सहोता अस्पताल में एक लड़की भर्ती थी,इस मरीज़ लड़की के तीमारदार की अस्पताल के बाहर खड़ी बाईक गायब हो गई थी। जिससे पीड़ित पक्ष रिपोर्ट लिखाने पुलिस चौकी गया था। जब वो वापस आया तो पता चला कि उसकी बाईक बिना पूछे मेडिकल स्टोर वाला ले गया था। इस पर दोनों पक्षों में बहस होने लगी। जिसपर मेडिकल स्टोर और अस्पताल के कर्मियों ने गुस्से में आकर मरीज़ के तीमारदारों को दौड़ा दौड़ा कर बुरी तरह से पीटा। इस पूरी घटना का किसी ने वीडियो बना लिया और फिर इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इस मामले में मरीज़ के दो तीमारदार बुरी तरह घायल हो गये है,पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने अस्पताल के तीन लोगो को गिरफ्तार कर लिया है। वही इस मामले में अस्पताल की और से भी मुकदमा दर्ज कराया गया है।
इस मामले में एसपी प्रमोद कुमार के कहना है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी, जो दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी ,साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में यदि कोई किसी कर्मी से बदसलूकी करता है, तो उसके लिये पुलिस है। कानून हाथ में लेकर किसी को भी ऐसी गुंडागर्दी नहीं करने दी जायेगी, इस घटना पर पुलिस एक्शन ले रही है।
बहरहाल जो भी हो,चूँकि मामला अस्पताल से जुड़ा है,ऐसे में यह सवाल उठ रहे है, कि यह अस्पताल है या गुंडई का अड्डा ? जिस तरह से अस्पताल के कर्मी लाठी डंडे लेकर मारपीट कर रहे थे। उसे किसी भी रूप में सही नहीं ठहराया जा सकता। ऐसे गुंडई करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। इस घटना से अस्पताल की साख पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे है।
अस्पताल में दुखियारे अपने दर्द का इलाज ढूंढने जाते है, लेकिन मरीज़ के तीमारदारों के साथ हुई घटना ने मानवता को तार तार कर दिया है। ऐसे में मरीज़ बच्ची और उसके परिवार पर क्या बीत रही होगी। इस घटना से मरीज़ का दर्द तो कम नहीं हुआ बल्कि अस्पताल ने उसका दर्द बड़ा दिया है।