

किच्छा – अगर मन में कुछ करने का ज़ज़्बा हो तो, आपकी सोच से आपके पीछे पूरा कारवाँ खड़ा हो सकता है,ऐसे ही सात साल पहले एक युवक नाज़िम ज़ैदी ने ‘ग्रीन एनवायरनमेंट’ नामक सामाजिक संस्था बना कर लोगो की सेवा करने की बीड़ा उठाई थी। आज उसके उस कदम से उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश के सात राज्यों में यह संस्था मानवता की अलख जगा रही है।
शुरुआत में किच्छा जैसे छोटे से नगर से एक सामाजिक संस्था का गठन कर काम करना कितना मुश्किल होता है,इसको चलाने वाले इसके अध्यक्ष नाज़िम ज़ैदी से भला बेहतर कौन जान सकता है। हर पल पहाड़ जैसी मुश्किलों के बीच उन्होंने न केवल अपनी संस्था की पहचान बनाई बल्कि लोगो के बीच समाजसेवा की भावना भी जगाई।
पिछले साल भी उतरी थी संस्था मैदान में
बीते वर्ष कोरोनाकाल में जिले के तत्कालीन एसएसपी बरिंदरजीत सिंह की अगुवाई में बिजली की तेज़ी से राशन वितरण से लेकर लोगो की बढ़चढ़ कर समाजसेवा में हिस्सेदारी की। एक फ़ोन काल में सब कुछ हाज़िर करने का नेटवर्क बनाने में सभी राजनीतिक,सामाजिक एवं सरकारी संस्थाओ ने इस संस्था की दिल खोल कर मदद की। रुद्रपुर के मुख्य चौराहे पर उनकी संस्था के बनाये कोरोना जागरूकता कार्टून की खूब चर्चा हुई थी और उसका बनाया वीडियो भी बहुत वायरल हुआ था।

दूसरी कोरोना लहर में भी सक्रिय
इस बार दूसरी कोरोना लहर में भी उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों के कई जिलों में अपनी टीम ग्रीन एनवायरनमेंट के साथ पूरे दमखम से लगी हुई है। मरीज़ो को अस्पताल में वेंटिलेटर बेड उपलब्ध करवाना हो या उन्हें आक्सीजन बेड,आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करवानी हो
टीम रात दिन एक करके सेवा में लगी हुई है।
यही नहीं,मरीज़ो के लिये फ्लोमीटर, ऑक्सीजन मीटर, जनरक्षक दवाइयां, इंजेक्शन भी उपलब्ध करवाने से लेकर मरीज़ो और उनके तीमारदारों के लिये राशन और खाने पीने की व्यवस्था करना आसान नहीं है। लेकिन अपनई समर्पित टीम के साथ यह सबकुछ आसानी से हो जा रहा है।

टीम करवाती है ब्लड और प्लाज़्मा डोनेट
अपनी निस्स्वार्थ सेवा के दम पर मरीज़ो की जान बचाने के लिये एक ब्लड और प्लाज़्मा डोनेट की टीम भी खड़ी कर दी है,यह लोगो को ब्लड और प्लाज़्मा डोनेट के लिये प्रोत्साहित भी करती हैं। जिससे काफी लोगो को आसानी से ब्लड और प्लाज़्मा उपलब्ध हो सके।
संस्था के सार्वजनिक मोबाइल नंबर से करते है सहायता
सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी संस्था के नंबर सार्वजानिक किये है,जिससे मदद की कॉल आने पर संस्था के सदस्य सक्रिय हो जाते है और कुछ ही मिनटों में मदद की कोशिश करते है ,कई बार तो लगातार कॉल आने से संस्था को प्राथमिकता के आधार पर मदद पहुचानी पड़ती है।
कौन है नाज़िम ज़ैदी ?
ऊधम सिंह नगर जिले के छोटे से नगर किच्छा में पेंटर परिवार के घर जन्मे नाज़िम जैदी शुरू से ही समाज सेवा की तरफ आकर्षित थे। पहले उन्होंने जॉब की लेकिन उनकी उड़ान तो समाजसेवा में थी। फिर क्या था उन्होंने अपनी सोच को साकार करने केलिये सात साल पहले ग्रीन एनवायरनमेंट नामक संस्था का गठन किया। शुरू में लोगो ने उनका काफी मज़ाक भी बनाया। लेकिन जैसे जैसे वो अपनी सेवा का दायरा बढ़ाते रहे। लोग उनके मुरीद होते चले गए।

नाज़िम ज़ैदी ने ‘इंडिया नज़र’ से बातचीत में बताया कि लोगो ने उनको भरपूर प्यार दिया,जिसकी वजह से वो अपनी और अपनी टीम की जान जोखिम में डाल कर लोगो की निःस्वार्थ सेवा में रात दिन लगे हुए है। उनका परिवार उनकी पूरी स्पोर्ट कर रहा है ,जिससे उनका मनोबल हमेशा कायम रहता है।
नाज़िम ज़ैदी का मानना है कि हम कुछ नहीं कर रहे है,जो कुछ भी हो रहा है वो ऊपर वाला है जिसके आर्शीवाद से हम यह सेवा कर पा रहे है। आगे भी इसका दायरा बढ़ाएंगे जिससे अधिक से अधिक लोगो को इसका लाभ मिल सके।