– अज़हर मलिक
बाजपुर – कोरोनावायरस महामारी से जहां लगातार लोगों की जान जाने की खबरों ने लोगों के दिलों में डर बना रखा है तो वही कोरोना काल में लोगों की सेवा करने वाले लोग कोरोना की जंग को जीत कर वापस आ रहे हैं और फिर से लोगों की मदद करने का कार्य कर रहे हैं। साथ ही लोगों से कोरोनावायरस को हराने के लिए मानसिक तौर पर तंदुरुस्त रहने की अपील कर रहे हैं।
कोरोनावायरस की पहली लहर से अभी लोग जूझ ही रहे थे, कि दूसरी लहर के प्रकोप ने लोगों को दहशत में जीने को मजबूर कर दिया है। यही कारण है कि वर्तमान स्थिति में कई लोग कोरोना महामारी के चलते अपनों से दूर हो चुके हैं। जिससे लोगो का मनोबल गिरता जा रहा है। वही कुछ लोग ऐसे भी है जो कोरोना की लड़ाई में जंग जीतकर वापस लौटे है और लोगो को कोरोना से कैसे लड़ना है, इसकी जानकारी भी दे रहे है।

खाकी ने हराया कोरोना को
बता दें कि बीते 16 अप्रैल को हरिद्वार में चल रहे कुंभ ड्यूटी से वापस लौटे बाजपुर कोतवाली में तैनात एसआई भगवान गिरी गोस्वामी को कोरोना संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी। करुणा के चलते हालत काफी खराब होने के बाद उन्हें हल्द्वानी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन भगवान गिरी गोस्वामी ने अपनी हिम्मत नहीं हारी और कोरोना का डटकर सामना किया। यही कारण है कि भगवान गिरी गोस्वामी ने आखिरकार कोरोना को हराने में सफलता हासिल की। यही कारण है कि 13 दिन का होम आइसोलेशन पूरा करने के बाद भगवान गिरी गोस्वामी दोबारा कोतवाली में पहुंचकर जनता की सेवा करने का काम कर रहे हैं। साथ ही लोगों को दिमागी तौर पर तंदुरुस्त रहने और कोविड-19 के नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं।

डॉक्टर ने जीतीं जंग
वही कोरोनावायरस की लड़ाई में स्वास्थ्य विभाग अपनी जिम्मेदारी लगातार निभाता चला आ रहा है। यही कारण है कि दूसरों को स्वस्थ करते करते कई बार स्वास्थ्य कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद भी स्वास्थ्य कर्मचारी घबराकर नहीं बल्कि हिम्मत से कोरोनावायरस को जवाब दे रहे हैं। ऐसा ही बाजपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात मेडिकल ऑफिसर डॉ आराधना वर्मा ने कर दिखाया है जिन्होंने कोरोना वायरस की लड़ाई को घर में रहकर और कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए लड़ा और आखिरकार जीत हासिल की। इतना ही नही डॉ आराधना ने कोरोना संक्रमित होने के साथ अपने संक्रमित माता पिता का घर पर ओर अपने करीबियों का फोन पर इलाज किया। जो अब पूरी तरह स्वस्थ है।
यही कारण है कि अब डॉक्टर आराधना वर्मा लोगों को कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए कोरोनावायरस से ना घबरा कर उसका हिम्मत से सामना करना सिखा रही है।