– नगेंद्र कुमार जोशी
चंपावत – कोरोना काल में जहां लोग एक दूसरे के पास जाने से कतरा रहे हैं, वही जीवन नर्सिंग होम चंपावत में एक ऐसा भी सफाई कर्मी है, नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों की सेवा में इतने व्यस्त हैं, कि अपनी निजी जिंदगी में भूल गए हैं। इन्होंने अपनी जादू की झप्पी से पूरे नर्सिंग होम में अपना जादू बिखेर रखा है।
26 वर्षीय अरविंद कुमार इस नर्सिंग होम में स्वच्छक का कार्य करते हैं, नर्सिंग होम में भर्ती मरीजों की परेशानी को देखते हुए वह विगत 4 सप्ताह से घर ही नहीं गए हैं, सातों दिन चौबीसों घंटे अपनी सेवा दे रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों की कचरा पट्टी उठानी हो या आधी रात में किसी भी मरीज को विस्तर पर मल मूत्र करना हो या ऑक्सीजन सिलेंडर बदलना हो या गर्म पानी पिलाना हो या नर्सिंग स्टाफ को बुलाना हो तो एक ही नाम पुकारते है वो है अरविंद, कुमार का।
भले ही अरविंद यह काम नर्सिंग होम में अपनी आजीविका के लिए कर रहे हैं, फिर भी कोरोना संक्रमण काल में इतने बड़े भय के माहौल में सातों दिन 24 घंटे काम करने के लिए हिम्मत की आवश्यकता होती है। जो इसके पास,इसी ज़ज़्बे की वजह से चम्पावत में इसके चर्चे हो रहे है। कोरोनाकाल में लोग कालाबाज़ारी कर रहे है,मरीज़ो की सेवा करने वाला कोई नहीं है। ऐसे में अरविन्द कुमार एक मिसाल है।
अरविन्द कुमार का कहना है कि लोगो की सेवा करके वो पुण्य कमा रहे है,इस संकट की घडी में मानवता को ज़िंदा रखना बहुत ज़रूरी है। जब लोग नाते रिश्ते छोड़ रहे है कोई तो उनकी सेवा करेगा ही।
अब सामाजिक संघठन अरविन्द कुमार को पुरस्कृत करने की मांग कर रहे है,जिससे उसका हौसला और बड़े और समाज में उसका सम्मान हो।