– इंडिया नज़र ब्यूरो
रुद्रपुर – नजूल पर मालिकाना हक और दान पात्र की भूमि के स्थाई समाधान को लेकर चल रहा भाईचारा एकता मंच का आंदोलन सिर्फ घोषणाओं से रुकने वाला नहीं है, इसका स्थाई समाधान चाहिए। सरकार ने मालिकाना हक देने की घोषणा की है, जो स्वागत योग्य है,परंतु जब तक स्थाई समाधान नहीं, मशाल जुलूस पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत ही निकलेगा।
प्रेस को जारी एक बयान में ‘भाईचारा एकता मंच’ के केंद्रीय अध्यक्ष केपी गंगवार ने कहा कि सरकार द्वारा नजूल पर बैठे लोगों को मालिकाना हक देने व सभी बस्तियों के विनियमितीकरण की जो घोषणा की है, वह स्वागत योग्य है। लेकिन घोषणाएं कई बार हुई हैं और घोषणाएं पूरी नहीं हुई है। इस बार भाईचारा एकता मंच का आंदोलन सिर्फ घोषणाओं से रुकने वाला नहीं है। हमें स्थाई समाधान चाहिए सरकार कानून बनाए गजट पास करें और नजूल और दान पात्र की भूमि पर बैठे लोगों की समस्या का स्थाई समाधान करें, उन्हें पट्टा दे, जब तक कानून बनकर पास नहीं हो जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार ने सिर्फ घोषणा की है गजट नोटिफिकेशन या कानून नहीं बनाया जब तक कानून नहीं बन जाता तब तक आंदोलन निरंतर जारी रहेगा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 16 अप्रैल को 6 बजे से ट्रांजिट कैंप गोल मड़ैया से मशाल जुलूस का शुभारंभ होगा जो शहर के 40 वार्डों में निरंतर चलता रहेगा, जब तक नजूल और दान पात्र की भूमि का स्थाई समाधान नहीं हो जाता।