– अज़हर मलिक
काशीपुर – उत्तराखंड राज्य ने अगले साल विधान सभा चुनाव होने वाले है,प्रदेश में चुनाव की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माने जाने वाली काशीपुर विधानसभा सीट एक बार फिर से हॉट सीट बन गयी है, काशीपुर सीट का चुनावी इतिहास भी काफी रौचक रहा है। कभी कांग्रेस के कब्ज़े वाली इस सीट पर वर्तमान में भाजपा का कब्ज़ा है।
चुनाव तो हर पांच साल में होते है,लेकिन इस बार चुनाव में विशेष रौचकता बडती हुई दिखाई दे रही है। इस बार काशीपुर सीट पर चुनावी दंगल काफी मजेदार होने वाला है, जिसकी वजह इस बार के चुनाव में त्रिकोणिय समीकरण बन रहे है। जो भाजपा के 20 सालो के किले को ध्वस्त कर सकता है। जबकि कभी ये किला कांग्रेस का गढ हुआ करता था,लेकिन क्या है इस बार चुनावी शतरंज में बिछने वाली बिसात से भाजपा का किला टूटेगा ?
जनपद ऊधमसिहनगर की काशीपुर विधानसभा राजनीतिक परिदष्य से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसी सीट से कभी चुनाव जीत कर नारायण दत्त तिवारी जैसे दिग्गज नेताओं ने शीर्ष के राजनीतिक पायदान पर अपनी अनुठी पहचान कायम की थी। लम्बे समय तक ये सीट कांग्रेस का गढ मानी जाती थी, लेकिन फिर रामजन्म भूमि के आंदोलन की आग ने इस सीट को भाजपा की झोली मे डाला था, उसके बाद चुनावी इतिहास में ये सीट भाजपा के खाते मे ही दर्ज होती रही है।
वहीं पिछली चार बार से भजपा के हरभजन सिंह चीमा इस सीट पर काबिज है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियो की बात करें तो भाजपा की ये सीट खिसकती हुई नजर आ रही है, चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी की दमदार दखल से भाजपा के गढ में तो हलचल है ही, वही कांग्रेस के लिए भी इस सीट को निकालने के लिए दमदार प्रत्याशी की तलाश है, एसे मे जनता जहां बदलाव को वरियता दे रही है। तो राजनैतिक दल अपने मुद्दों पर जनता के बीच पैठ जमाने मे लगे है।
बीस सालों में लगातार जिन मुद्दों पर भाजपा जीत दर्ज करती आ रही है समस्यासें जस की तस रही, और जनता लगातार ठगा सा महसूस कर रही है, एसे में बदलाव और विकास जनता की वरियता में है, जबकि कांग्रेस जिताऊ प्रत्यासी पर दाव खेलती है तो इस बार का चुनावी समर भाजपा के लिए कडी चुनौती बन सकता है, वहीं आम आदमी पार्टी ने पहले ही अपनी पैठ बनाना शुरु कर दिया है, कांग्रेस महिला महासचिव मुक्ता सिंह ने बताया कि पार्टी जनता के बीच जाकर भाजपा द्वारा किये गये झुठे वायदों से जनता को जागरुक कर रही है। जबकि भाजपा एक बार फिर जीत के लिए लालायित है।
काशीपुर का चुनावी दंगल इस बार कई मायनों में खास होने वाला है, जहां राजनैतिक पार्टियों के लिए प्रत्याशियों का चयन कडी मशक्कत भरा होगा, वहीं जीत दर्ज करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। देखना होगा कि भाजपा पांचवीं बार अपनी जीत दर्ज कर पाती है या फिर कांग्रेस अपनी पुराने गढ को वापस पाने में सफल हो पाती है या आम आदमी पार्टी की हलचल कहीं पूरी राजनैतिक बिसात को ही ना उलट कर रख दे।
बहरहाल यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा कि चुनाव का ऊंट किस करवट बैठता है,फिलहाल तो सब राजनैतिक दल अपने अपने दावे करने में लगे हुए है।