
– नाहिद खान
पंतनगर – एशिया के सुप्रसिद्ध गोबिंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौधोगिक कृषि विश्वविद्यालय पन्तनगर के इंजीनियरिंग कालेज के छात्रों ने एक नया आविष्कार किया है ,जिससे अब ड्रोन की मदद से फसलों में बीमारियों की उचित देखभाल के साथ ही जानवरो पर नज़र भी रखी जा सकेगी। विशेष कर यह आविष्कार पहाड़ी किसानो के लिये किसी वरदान से कम नहीं होगा। जहाँ किसान ऊंची ऊबड़खाबड़ खेतो की सही से रखवाली नहीं कर पाते ,जिससे उनकी फसले नष्ट हो जाती है। अब यह ड्रोन उनकी निगरानी करेगा। इस ड्रोन आविष्कार को किसान मेले में प्रदर्शित किया गया।

आपको बता दें कि कॉलेज ऑफ़ टेक्नोलॉजी के प्राध्यापकों एवं एम.टेक.कंप्यूटर इंजीनियरिंग के छात्रों ने डीन डॉ0 अलकनन्दा अशोक के नेतृत्व में ड्रोन आधारित ड्रोन प्रोटेक्शन सिस्टम बनाया है। ड्रोन प्रोटेक्शन सिस्टम फसलों को बीमारियों और जानवरों से बचायेगा। यह सिस्टम अभी अपने प्रारंभिक चरणों में है। इस ड्रोन सिस्टम से विभिन्न आवाज़े एवं तरंगे निकलती है। इन आवाज़ों के ज़रिये फसल नुकसान करने वाले जानवरों को खेतो से भगाया जा सकता है। इससे किसानो को घर बैठे अपनी फसलों की सुरक्षा के साथ किसान जानवरो के हमलो से भी बचे रहेंगे।

डॉ0 अलकनन्दा अशोक का कहना है कि यह नया वैज्ञानिक ड्रोन प्रोटेक्शन सिस्टम किसानो के लिये बहुत लाभकारी होगा। अभी छात्रों का यह आविष्कार प्रारंभिक दौर में है। इसमें और सुधार की संभावना है। इससे अभी फसलों पर लगने वाली बीमारियों का तो पता लगाया जा सकता है और उसे फैलने से रोका जा सकता है। किसान अपने खेतो की नमी भी इससे देख सकते है। इस सिस्टम में ड्रोन पर रै बैरीपाई नामक प्रोग्राम सिमनी कंप्यूटर लगाया गया है।