– नाहिद खान
रुद्रपुर – जिस घर से कांग्रेस के चिराग के प्रकाश की शुरुआत हुई और उनका पूरा परिवार कांग्रेस को समर्पित रहा रुद्रपुर में ऐसा एक ही परिवार है गाबा परिवार। उत्तर पदेश जैसे बड़े राज्य में सियासत की शुरुआत उनके ही घर से होती थी। बड़े बड़े दिग्गज कभी रुद्रपुर में हिमांशु परिवार के बुजुर्गो से मिलने के लिये जुगत लगाया करते थे। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी जब भी तराई के दौरे पर आते तो वो हंसराज गाबा से अकेले में मंत्रणा कर राय ज़रूर लिया करते थे।
आज उसी कांग्रेसी घर के युवा चिराग हिमांशु गाबा को कांग्रेस आला कमान ने जिला कार्यकारणी अध्यक्ष क्या बना दिया। उनके डिमोशन और प्रमोशन के चर्चे होने लगे। लेकिन इसका एक दूस्ररा पहलु भी है,क्या कांग्रेस आला कमान उनपर इतना विश्वास करता है कि एक जिला अध्यक्ष होने के बाद भी उनकी नियुक्ति क्यों कर रहा है ? कांग्रेस संघठन पर निगाह रखने वाले राजनीतिक पंडितो का कहना है कि कांग्रेस ज़रूर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर है। ऐसे में तराई इलाके में कांग्रेस संघठन को मज़बूती प्राप्त करने के लिये हिमांशु गाबा को प्रदेश से जिले का बड़ा दायित्व दिया गया है। कोंग्रस के जिला अध्यक्ष जीतेन्दर शर्मा बाजपुर से लेकर जसपुर तक कांग्रेस के संघटन पर निगाह रखेंगे जबकि हिमांशु गाबा रुद्रपुर से खटीमा तक। ऊधम सिंह नगर बड़ा जिला है यहां से 9 विधानसभा सीट है। ऐसे में कांग्रेस ने पार्टी की मज़बूती के लिये यह दांव खेला है।
क्या हिमांशु गाबा होंगे रुद्रपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी
एक दुसरा कयास भी लगाया जा रहा है कि हिमांशु गाबा को रुद्रपुर विधानसभा से कांग्रेस का प्रयाशी भी बनाया जा सकता है। हालांकि हिमांशु गाबा ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले है। लेकिन राजनीती की नब्ज़ पर उनकी निगाह है। देखना होगा तिलक राज बेहड़ के रुद्रपुर विधानसभा छोड़ कर किच्छा जाने के बाद कौन दिग्गज कांग्रेस के प्रयाशी के रूप में रुद्रपुर से कांग्रेस की नैया पार लगा सकता है।