
– अज़हर मलिक
बाजपुर – उत्तराखंड के जंगलो से तस्कर बेशकीमती लकड़ियां काट कर उनकी तस्करी करने में लगे हुए है। ऐसे ही इन तस्करो ने कत्था बनाने में इस्तेमाल होने वाली खैर के बेशकीमती पेड़ो को काट डाला और उसे केंटर और ट्रैक्टर ट्राली में लाद कर बेचने के लिये ले जाया जा रह था कि पुलिस को सूचना मिल गई।
पुलिस ने वन विभाग की टीम के साथ खाली प्लाट में खड़ी ट्रैक्टर ट्राली और कैंटर में लदी लाखों की खैर की लकड़ी को बरामद कर दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के साथ पकड़ी गई लकड़ी को अग्रिम कार्यवाही के लिए वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है।

बता दे कि देर शाम बाजपुर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम नंदपुर नरका टोपा में खाली पड़े प्लाट में खैर की लकड़ी छिपाकर रखी हुई है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बरहनी वन विभाग की टीम के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस को मौके से कैंटर और ट्रैक्टर ट्राली में छिपाकर रखी गई लाखों रुपए की खैर की लकड़ी बरामद हुई। पुलिस ने मौके से सद्दाम और जाहिद को गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने पकड़ी गई खैर की लकड़ी और दोनों आरोपियों को अग्रिम कार्यवाही के लिए वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है। बाजपुर कोतवाली के एसएसआई जसविंदर सिंह ने बताया कि दोनों वाहनों में करीब 70 कुंटल खैर की लकड़ी बरामद हुई है जिसकी अनुमानित कीमत करीब 5 लाख रुपए है।