

– अज़हर मलिक
काशीपुर – अपना घर होने का सपना दिखा कर शहर में इन दिनों अवैध कॉलोनियों की बाढ़ आई हुई है। इन कालोनियों का न तो नक्शा पास है और न ही मूलभूत सुविधाये। लेकिन यह भूमाफिया तेज़ी से अपने अवैध कालोनी के कारोबार को करने में लगे हुए है। यह धंधा एक बार फिर से उफान पर है। कालोनाइजर ग्राहकों को झूठे सपने दिखा कर अवैध प्लाटिंग कर प्लाट
बेच रहे हैं।
बेतरतीब ढंग से काटी जा रही इन अवैध कालोनियों की वजह से शहर की तस्वीर बदसूरत हो रही है। नगर निगम सीमा और इससे सटकर ग्रामीण क्षेत्रों की भूमि पर अवैध रूप से कॉलोनियां काटकर जनता को गुमराह करने में लगे हैं। ये अवैघ कॉलोनाइजर जनता को सस्ते दर पर प्लाट के साथ उस क्षेत्र में सड़क, नाली, पानी, उपलब्ध कराने का सपना दिखा कर जनता को ठग रहे हैं। भू-माफिया कृषि भूमि पर प्लाटिंग कर अवैध कालोनियों का निर्माण करा रहे है। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है।
प्रशासन की लापरवाही के चलते उनकी नाक के नीचे अवैध कॉलोनियों का जाल बिछता
जा रहा है। शहर की सीमाओं से लगे कई उपजाऊ कृषि भूमियो को अवैध प्लांटो में बांटकर प्लाट विक्रय किये जा रहे है। आश्चर्य की बात यह है कि इस व्यवसाय के संचालन के लिए बकायदा ऑफिस खोले गए है। स्थानीय लोगों को दलाल बनाकर अच्छा कमीशन का लालच देकर यहां की जनता को फंसाकर गाढ़ी कमाई लूटी जा रही है। कम दाम के लालच में लोग प्लॉट खरीद रहे हैं। लेकिन जब मकान बनाने की बारी आती है तब सुविधाओं के अभाव में अपने किए पर पछतााने के लिए सिवा कुछ नहीं रहता।
प्रशासन की ढिलाई के चलते शहर के चारों तरफ अवैध कॉलोनियों का जाल बिछ गया है। वहीं, कार्रवाई के नाम पर हर विभाग खानापूर्ति कर अपनी जिम्मेदारी कागजों में ही आगे बढ़ा रहा है। भू माफिया, अफसरशाही के इस गठजोड़ के चलते अवैध कॉलोनियाें की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।