


मुंबई – उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के रहने वाले फिल्म अभिनेता और उत्तराखंड फिल्म विकास बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष हेमंत पांडेय हमेशा से ही उत्तराखंड की मिटटी से जुड़े रहे है। उनकी चिंता हमेशा राज्य के विकास को लेकर रहती है। अपने बेबाक विचारो को वो सोशल मीडिया पर भी शेयर करते रहते है। उत्तराखंड में बढ़ते माफियो पर चिंता व्यक्त करते हुए ऐसा ही एक तीखा पत्र उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सोशल मीडिया पर लिखा है। इसको हम ज्यो का त्यों प्रकाशित कर रहे है। हेमंत जी मेरे मित्र है उनका उत्तराखंड की संस्कृति,परम्पराओ,यहां की धार्मिक विरासत से बेहद लगाव है। बॉलीवुड में होने के बाद भी उनका धर्म के प्रति विशेष लगाव है। जब भी उन्हें शूटिंग से वक्त मिलता है, वो अपने परिवार के साथ धार्मिक स्थलों के दर्शन करते रहते है। ‘इंडिया नज़र’ की कोशिश होगी कि हेमंत पांडेय जी का यह पत्र मुख्यमंत्री तक पहुंच जाये और वो उसपर संज्ञान ले,पढ़िये क्या लिखा है फिल्म अभिनेता हेमंत पांडेय ने मुख्यमंत्री को पत्र में :-

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र जी नमस्कार मैं समय-समय पर आपको राज्य के भले के लिए अच्छा या बुरा बोलते रहता हूं। यह मेरा कर्म है और यही मेरा धर्म है, क्योंकि इस मिट्टी में मैं जन्मा हूं और इसी मिट्टी ने मुझे हेमंत पांडे बनाया है, और इसी उत्तराखंड के अपने गांव की मिट्टी मुंबई में ले जाकर भगवान की तरह पूछता हूं, लेकिन आपको सिर्फ इस बात के लिए आगाह कर रहा हूं कि उत्तराखंड के माफियाओं से उत्तराखंड को बचाना है। जो उत्तराखंड के ही लोगों को जमीन खरीदने पर सेकंड बायर कहते हैं, यह बहुत दुखद है।
आप सिर्फ इतना ही निवेदन है कि जिस दिन उत्तराखंड राज्य की स्थापना हुई थी, उस दिन किन-किन आईएएस अधिकारियों और तमाम अधिकारियों के परिवारों ने करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी उत्तराखंड में खरीदी थी आरटीआई के तहत उस को उजागर करिए प्लीज मैं आपके साथ हूं आपकी पार्टी के साथ ,और मुझे इस बात का भी गर्व है कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी मुझे पांडे जी के नाम से जानते हैं, मैं आप और आपकी पार्टी के साथ सदा खड़ा हूं यदि आप इस बात को इसको सच्चाई से उजागर कर दे तो मैं उन सभी दानदाताओं का धन्यवाद अदा करता हूं जिन्होंने राम मंदिर के लिए मेरे सानिध्य में योगदान और चंदा दिया।
मुख्यमंत्री जी आप मुझे अपना राजनीतिक प्रतिद्वंदी कतई न समझें, क्योंकि जब मैं फिल्म विकास बोर्ड का उपाध्यक्ष था और आप अध्यक्ष थे तो आपने मीटिंग के लिए समय दिया था। उसके बाद भी आप मीटिंग में नहीं आए (क्योंकि कान के कच्चे लोगों द्वारा आप को उकसाया गया) उस दिन से मेरा हमेशा हमेशा के लिए राजनीति से मोहभंग हो गया है, जबकि मैं उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ करना चाहता था। इन 35 वर्षों में मैंने जो कुछ भी सीखा था वह सब कुछ में उत्तराखंड को देना चाहता था। लेकिन (कान के कच्चे) आप के राजनीतिक भविष्य की उज्जवल कामनाओं के साथ मैं आपसे नम्र निवेदन करता हूं, कि कान के कच्चे कभी ना रहे !
एक कलाकार का आपको सदा सदा के लिए नमन , ओम शांति?
भारत माता की जय, भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद