

– अज़हर मलिक
काशीपुर – उत्तराखंड की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल आने के संकेत मिल रहे है,सत्ताधारी भाजपा के ही कई विधायक अब खुल कर अपनी सरकार के खिलाफ बोलने लगे है। जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा को नुक्सान पहुंच सकता है।
ऐसे ही एक नाराज़ काशीपुर के भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने वाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने राज्य सरकार से किसानों का धान का भुगतान न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मेरे आवाज़ उठाने के बाद भी किसानों का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
इसके साथ ही भाजपा विधायक चीमा ने कहा कि काशीपुर आगमन पर डीजीपी के निर्देश के बाद भी काशीपुर पुलिस ने अतिक्रमण कटाने पर कोई कार्यवाही नहीं की है। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता कि राज्य सरकार के काम काज से आमजन के साथ पार्टी के विधायक भी आहात है,जो खुल कर अब अपनी बात रखने लगे है।

वही भाजपा विधायक हरभजन सिंह के अपनी सरकार सवालिया निशान खड़े करने पर राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने हरभजन सिंह चीमा को नसीहत देते हुए कहा कि हम सबको अपनी बात पार्टी फोरम में रखनी चाहिए, अपनी बात या नाराज़गी को पार्टी तक पहुंचाने के कई प्लेटफार्म और मंच होते हैं। हरभजन सिंह चीमा को उसमे अपनी बात कहनी चाहिए थी।
इस मामले में आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक वाली का कहना है कि विधायक जी ने सच्चाई बोल कर पश्चाताप कर लिया है। उन्होंने सच्चे मन से अपनी पीड़ा को आमजन तक रख दिया है। आम आदमी पार्टी में सभी का स्वागत है, बस भ्रष्टाचारी और क्रिमिनल न हो। वही त्रिवेंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो पार्टी अपने विधायकों की नहीं सुन रही तो वह जनता की क्या सुनेगी। ऐसी सरकार को उखाड़ना ही होगा।
जो भी हो इस समय काशीपुर की विधानसभा क्षेत्र में रोज नये समीकरण बदल रहे है,जिससे आने वाले समय में राजनीतिक भूचाल क्या गुल खिलाता है कोई नहीं जानता ?