


रुद्रपुर – जानीमानी कंपनी अशोका लेलैंड ने अपने तमाम कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इससे नाराज कर्मचारियों ने कंपनी के गेट पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एआईसीसी मेम्बर सुमित हिर्देश ने कहा कि युवाओं को हार मानने की जरूरत नहीं है। यह उधोग कांग्रेस सरकार ने लगाए ही इसलिए थे, ताकि पहाड़ की जवानी बेकार न जाए और पलायन न हो। मगर वर्तमान सरकार का कोई अंकुश न होने से कंपनी के लोग मनमानी करने पर उतारू हैं।
सैकड़ों युवाओं को संबोधित करते हुए किसान कांग्रेस के प्रदेश महासचिव वरुण प्रताप सिंह भाकुनी ने कहा कि करीब 900 युवा नौकरी से निकाले गये हैं। कर्मचारियों को 4 साल का डिप्लोमा कराया गया जिसको अब अमान्य मानते हुए निरर्थक करार कर दिया है। इसके विरोध में सैकड़ों की संख्या में यह कर्मचारी विरोध प्रदर्शन के लिए बाध्य हुए हैं। वरुण भाकुनी ने कहा कि प्रदेश सरकार अगर सरकारी नौकरी नहीं दे सकती तो निजी नौकरियों को छीनने का कोई हक नहीं है। सरकार के अफसरों की निरंकुशता और कंपनियों की मिलीभगत के चलते ही युवाओं को नौकरी से निकला जा रहा है, इसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने युवाओं को पूरा समर्थन देने की घोषणा की।
इस दौरान कांग्रेस प्रदेश महासचीव हरीश पनेरू, हिमांशू गाबा, प्रदेश सचिव किरन डालाकोटी, कानू बिष्ट, विधायक प्रतिनिधि सौरभ भट्ट, हृदेश कुमार, कुंदन बोरा, बालम बिष्ट, छात्र संघ अध्यक्ष राहुल धामी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष संजय रावत, देवेंद्र नेगी, रविंद्र रावत, यतेंद्र बिष्ट, लाल सिंह पवार, शिवम भट्ट व अन्य कांग्रेसजन साथ रहे ।