– इंडिया नज़र ब्यूरो
चमौली – उत्तराखंड में आज केदारनाथ आपदा के बाद सबसे बड़ी आपदा से दिनभर अफरातफरी मची रही। ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में ग्लेशियर टूटने से अभी कोई अंदाज़ा नहीं लग पाया है। लेकिन मौसम खुला होने की वजह से जल्द शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में टनल में फसे 16 लोगो को सुरक्षित निकाल लिया।
मुख्यमंत्री से लेकर राज्य का सारा अमला आज सक्रिय रहा और लोगो के बीच अफवाहे फैलाने से रोकता रहा साथ ही नदी के किनारे रहने वाले लोगो को भी समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया। इस हादसे में कितने लोग लापता है और कितने लोगो की मृत्यु हुई है,इसका अभी कोई सही आकड़ा उपलब्ध नहीं है। सबसे ज़्यादा ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को काफी नुक्सान हुआ है।
ग्लेशियर टूटने की दिल दहला देने वीडियो देखने के बाद यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि प्राकृतिक आपदा ने कितनी तबाही मचाई होगी। ग्लेशियर टूटने की खबर मिलते ही एफडीआरएफ,पुलिस,आटीबीपी सहित तमाम एजेंसिया तेज़ी से राहत और बचाव के लिये दौड़ पड़ी। हवाई जहाज़ से भी एफडीआरएफ की कई टीमें जवान घटनास्थल पर पहुंच गई। जिला प्रशासन,आपदा प्रबंधन ने समय रहते सबको अलर्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
टनल से ज़िंदा बचे व्यक्ति का कहना था कि उसने सरियो के सहारे खुद को ऊपर कर लिया था। ऐसा ही अन्य लोगो ने भी किया जिससे टनल से 16 लोग ज़िंदा बच गये।