


रुद्रपुर – बजट ऐसा हो जो आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करें। शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बजट में विशेष प्रावधान हो। ऐसा बजट होना चाहिए जो माइक्रो स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज को सशक्त बनाये।
यह विचार दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र में आयोजित ‘बजट 2021: अपेक्षाएं एवं सुझाव’ पर आयोजित कार्यशाला में कौशल केंद्र के सहायक आचार्य डॉ हरनाम सिंह किये।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स के लिए विशेष प्रावधान हो और लोकल फॉर वोकल के लिए अवसर उपलब्ध हो । स्किल और वोकेशनल शिक्षा के लिए अलग से प्रावधान हो। टैक्स में 80सी को 2.5 लाख तक बढ़ाया जाये। कोविड के दौरान बन्द हुए उद्योंगो को सहायता मिले जिससे बंद पड़े उद्योग फिर से अपनी रफ़्तार पकड़ सके। सामान्य आदमी की जेब मे पैसा पहुचें। बजट सशक्त-समृद्ध आत्मनिर्भर भारत का आधार हो।

कार्यशाला का संचालन करते हुए सूरज कुमार पासवान ने बजट की बारीकियों से सभी को अवगत कराया। जिसमें हर्षित कालरा,दीपांशु हालदार, रीना राणा, सुचित्रा सिंह, मीनाक्षी कुशवाहा, सना, रवीना सिंह, सुभम हालदार, अजय, अतुल तिवारी, स्वेता मिश्रा, भावना मिश्रा, बबीता तिवारी, कमल बाबू, सुभम आदि ने बजट से अपेक्षाओं और सुझावों को रखा।