– इंडिया नज़र ब्यूरो
रुद्रपुर – उसके कंधे पर अब खाकी वर्दी नहीं रही,वो पुलिस से रिटायर्ड हो चुका है। आज इस पूर्व पुलिस कर्मी को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाने के लिए खाकी की चौखट पर इन्साफ की गुहार लगानी पड़ रही है,लेकिन इसे अभी तक इन्साफ नहीं मिला है।
जी हां ! हम बात कर रहे है उत्तराखंड के संचार विभाग से रिटायर्ड पुलिस कर्मी चौबे लाल की। जिसे गुरमीत सिंह और पंकज जोशी नामक कॉलोनाइजर ने प्लाट देने के नाम पर उसकी ज़िन्दगी भर की पूँजी को हड़प लिया है। लेकिन प्रभावशाली होने की वजह से इनके खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वो इन्साफ पाने के लिये एसएसपी उधम सिंह नगर के दफ्तर में भी गुहार लगा चुका है। शिकायत प्रकोष्ठ में उसने 18 जनवरी को शिकायत संख्या-380/21 पर अपनी शिकायत भी दर्ज करवाई है।
इस शिकायत मे चौबे लाल ने आरोप लगाया है कि इंद्रप्रस्थ इन्क्लेव काशीपुर रोड दानपुर ,रुद्रपुर में एक प्लाट पच्चीस बाई पचास फिट का गुरमीत सिंह और पंकज जोशी से 2018 में 16,96,666 रूपये में खरीदा था। उसने सारी रकम गुरमीत सिंह व पंकज जोशी को अदा कर दी, उसके बाद रजिस्ट्री के लिए स्टांप शुल्क के ₹48,000 के स्टांप भी खरीद कर सारे पेपर तैयार कर लिए, परंतु गुरमीत सिंह और पंकज जोशी ने ना तो रजिस्ट्री कराई और ना ही प्लाट पर कब्जा दिया। बार बार चक्कर लगाने के बाद रिटायर्ड पुलिसकर्मी चौबे लाल ने कोतवाल रुद्रपुर को कॉलोनाइजर गुरमीत सिंह व उसके साथी पंकज जोशी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए एक प्रार्थना पत्र सौंपा है। कोतवाल रुद्रपुर ने पूरे मामले की जांच एसएसआई रुद्रपुर आर सी तिवारी को सौंपी है।

इस मामले में रिटायर्ड पुलिस कर्मी चौबे लाल का कहना है कि अब गुरमीत सिंह और पंकज जोशी न तो उसकी रकम वापस दे रहे है और न ही प्लाट की रजिस्ट्री करा रहे है। यह रसूखदार कॉलोनाइजर बार-बार उसे व उसके परिवार को जान से मारने और झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। इन्होने धोखाधड़ी कर मेरे सोलह लाख छियासठ हज़ार छः सौ छियासठ रूपये हड़प लिए है।
इस प्रार्थना-पत्र को देकर इस बृद्ध रिटायर्ड पुलिस कर्मी ने अपने ही खाकी धारियों से इन्साफ दिलाने की गुहार की है। इस पूर्व पुलिस कर्मी ने अपनी शिकायत के साथ ही साक्ष्य के रूप में बैंक का स्टेटमेंट,इकरारनामे की प्रति और रजिस्ट्री कराने के लिए क्रय किये गए स्टाम्प की प्रति भी दी है।
‘इंडिया नज़र’ से अपनी आपबीती सुनाते सुनाते इस पूर्व पुलिस कर्मी की आँखों से आँसू निकल पड़े। उसने अपने सात हुई धोखाधड़ी की शिकायत की प्रतिया उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार सहित कुमाऊं के पुलिस उप महानिदेशक नैनीताल को भेजी है। देखना यह होगा पूर्व पुलिस कर्मी को वर्तमान पुलिस कर्मी कब इन्साफ दिला पाते है ?