
बाजपुर – भले ही प्रदेश सरकार लगातार विकास के दावे कर रही है लेकिन बाजपुर में सरकार के विकास की पोल खोल दी जा रही है। जहां विधायकों और मंत्रियों द्वारा लगातार मिल रहे आश्वासन के बाद ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया है। जहां ग्रामीणों ने लोगों से चंदा जमा कर रोड के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। इस दौरान ग्रामीणों ने ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का नारा भी बुलंद करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
प्रदेश में जैसे ही चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे ही लोगों के गुस्से का जिन्न भी वर्षो से बंद पड़ी बोतलों से निकलना शुरू हो गया है। यही कारण है कि सुबह के कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे के विधानसभा क्षेत्र में इसका नजारा देखने को मिला है। जहां कैबिनेट मंत्री लगातार विकास करने की बात कर रहे हैं, तो वहीं ग्राम बांसखेड़ी के ग्रामीणों ने कैबिनेट मंत्री के विकास की पोल खोल कर रख दी है।
बता दें कि गदरपुर विधानसभा के ग्राम बांसखेड़ी में हजारों लोग निवास करते हैं। लोगों के आने-जाने के लिए बना हुआ मार्ग पिछले 5 सालों से बदहाल स्थिति में पड़ा हुआ है। जिसके लिए ग्रामीण कई बार नेताओं और मंत्रियों के दरवाजों पर गुहार लगा चुके हैं। लेकिन ग्रामीणों की आवाज को सभी ने अनसुना कर दिया यही कारण है, कि ग्रामीणों ने गांव के लोगों से चंदा इकट्ठा कर सड़क के निर्माण करने का फैसला लिया है। जिसके चलते ग्रामीण खुद जेसीबी की मदद से सड़क की मरम्मत करने का काम कर रहे हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का नारा लगाते हुए आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का भी निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने कहा कि हर बार नेता आकर लुभावने सपने दिखाते हैं। लेकिन काम करने के समय पर कोई सामने नहीं आता है।
वही जब इस मामले में उत्तराखंड सरकार के दर्जा राज्यमंत्री राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का अधिकार है। सरकार विकास के पहिए को रुकने नहीं दे रही है। उन्होंने कहां की कैबिनेट मंत्री से सड़क निर्माण को लेकर वार्ता की जाएगी और जल्द ही ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जायेगा।