


सितारगंज – उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के सितारगंज में नगर पालिका के धरने पर बैठे पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे और सभासदो से वार्ता करने पहुंची एसडीएम मुक्ता मिश्रा और पुलिस उपाधीक्षक सुरजीत सिंह सहित कई अधिकारियों को वाहन समेत पालिका कर्मचारियों ने गेट पर ताला लगा कर एक तरह से बंधक बना लिया था। जिससे पालिका परिसर में अफरातफरी का माहौल बन गया था। कर्मचारियों का कहना था कि पालिकाध्यक्ष की मांगों का निस्तारण होने तक अधिकारियों को बाहर नहीं जाने दिया जायेगा।
बाद में बमुश्किल दोपहर से नगर पालिका कार्यालय में फसी एसडीएम मुक्ता मिश्रा और सीओ सुरजीत सिंह नगर पालिका के पीछे के गेट से शाम 5 बजे बाहर निकल पाये,जिस पर पालिका कर्मचारी पार्षदो ने एसडीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

आप को बता दे अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर 27 दिन से पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे बैठे हुए है। उनकी मांगों के संबंध में उपजिलाधिकारी मुक्ता मिश्रा, पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरजीत कुमार,तहसीलदार परमेश्वरी लाल नगर पालिका परिसर पहुंचे थे। इस दौरान पालिका परिसर में उनके वाहनों के आगे ही पालिकाध्यक्ष धरने पर बैठ गए। इसके बाद पालिका अध्यक्ष व दर्जनों समर्थकों ने पालिका के गेट पर की ताला लगा दिया। इससे प्रशासनिक अफसर पालिका परिसर के भीतर ही फंस गए। पालिकाध्यक्ष ने मांगों के निस्तारण के बिना अफसरों को बाहर नहीं निकलने देने की बात की थी,किंतु पुलिस सुरक्षा में सीओ सुरजीत सिंह एसडीएम मुक्ता मिश्रा को पिछले गेट से बाहर सुरक्षित ले गये। एसडीएम के जाने के बाद आक्रोशित पालिका अध्यक्ष के समर्थको ने एसडीएम के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पूर्व विधायक नारायण पाल भी पालिकाध्यक्ष के समर्थन में पालिका में मौजूद थे। पालिकाध्यक्ष ने धमकी दी है कि यदि उनकी समस्याओ का समाधान नहीं किया गया तो वो आत्मदाह कर लेंगे।

बहरहाल पालिका अध्यक्ष अपने सभासदो और समर्थको के साथ अपनी मांगो के लिये अब भी धरने पर डटे हुए है। मामला किसी जांच से जुड़ा बताया जा रहा है,जांच तक पालिका के भुगतान को रोक लगा दी गई है।जबकि पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे और सभासद इस आदेश को हटाने की मांग सहित अन्य मांग रख रहे है।