-अमित तनेजा
रुद्रपुर – यह कैसे विडंबना है कि अपनी ज़िन्दगी के अंतिम समय काट रहे गंगा देई बृद्धा आश्रम के बुज़ुर्गो की समस्या के समाधान के लिये मेयर विधायक और न ही मुख्यमंत्री कोई सुनवाई कर रहे है।
हम बात कर रहे है जिला मुख्यालय रुद्रपुर पर प्रीत बिहार स्थित गंगा देई वृद्धा आश्रम की,जहाँ निराश हताश और बेसहारा बुजुर्गो के लिये सेवा होती है। इस आश्रम का एकमात्र रास्ता रुद्रपुर के रम्पुरा के वार्ड-24 से होकर फाजलपुर मेहरौला तक जाता है। लेकिन वर्तमान में यह रास्ता इतना जीर्ण शीर्ण हो चुका है कि यहां पैदल चलना भी मुश्किल है। इस मार्ग को बनाने के लिये आश्रम प्रबंधक नगर निगम से लेकर जिला प्रशासन तक मार्ग बनाने की गुहार लगा चुके है।
यहां तक कि प्रबंधको ने इस मार्ग को बनाने के लिये मुख्यमंत्री के शिकायती पोर्टल पर भी मार्ग बनाने की मांग की है। लेकिन अभी तक इनकी कह सुनवाई नहीं हो रही है। इस मार्ग पर पत्थर बिछे काफी समय हो गया है,अब यह पत्थर की सड़क भी उखड़ने लगी है,जिससे आये दिन इस मार्ग पर हादसे होते रहते है। इस मार्ग की कोई सुध लेने वाला नहीं है। आश्रम चला रहे प्रबंधको का कहना है कि अगर इस को नया नहीं बनाया जा रहा है तो मार्ग की मरम्मत ही कर दी जाये जिससे बुजुर्गो के आश्रम में आने जाने में कोई असुविधा न हो।
आसपास के रहने वाले लोगो का कहना है कि मार्ग सही न होने से आये दिन बुज़ुर्ग इस मार्ग पर चोटिल हो चुके है। लेकिन इनकी सुध लेने को कोई तैयार नहीं है। इंडिया नज़र जनहित में मांग करता है कि बृद्धा आश्रम तक जिला प्रशासन और नगर निगम सड़क बनवा कर इस समस्या का समाधान करे।