

– नाहिद खान
अमेठी – फिल्म अभिनेत्री से नेत्री बनी केन्द्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी का अमेठी जिले का मुसाफिरखाना दिनों सुर्खियों में बना हुआ। यहां आदित्य बिड़ला ग्रुप की प्रदेश में सबसे बड़ी और महंगी रजिस्ट्री होना चर्चा का विषय है। इस रजिस्ट्री के लिये प्रदेश सरकार को अपना सॉफ्टवेयर तक को बदलना पड़ा तब कही जाकर रजिस्ट्री सम्पादित हुई।

अमेठी जिले की मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र में दीपावली से एक दिन पहले आदित्य बिड़ला ग्रुप ने भूमि की रजिस्ट्री के स्टाम्प शुल्क और पंजीकरन शुल्क सहित कुल 161 करोड़ यानी एक अरब इकसठ करोड़ रूपये की भारी भरकम रकम ई-पेमेंट के ज़रिये भुगतान की।
आप को बता दे कि बिरला ग्रुप की ग्राफिक इंडस्ट्री लिमिटेड को आदित्य बिड़ला नुवो ग्रुप ने 833.04 एकड़ ज़मीन को लीज़ एक्सचेंज किया है। जिसके लिये ग्रासिम इंडस्ट्रीज ने 1,41,59,52,060 स्टांप शुल्क और 20,22,78,940 रुपये पंजीयन शुल्क भुगतान किये है।

कम्पनी के अधिकृत ग्राफिक इंडस्ट्री के संयुक्त उपाध्यक्ष सुरेश चंद्र डाड द्वारा कराई गई। यह रजिस्ट्री स्टाम्प शुल्क के नज़रिये से होने वाली सबसे बड़ी रजिस्ट्री के रूप में दर्ज की गई है।
यही नहीं इस रजिस्ट्री के लिये उपयोग होने वाला सॉफ्टवेयर भी बदलना पड़ा,क्यों कि अभी तक जो सॉफ्टवेयर उपयोग किया जा रहा है वो दस अंको तक ही रजिस्ट्री करने के लिए था,किन्तु जब बात आदित्य बिरला ग्रुप की हो तो पूरा महकमा इस रजिस्ट्री को कराने में सक्रिय था। आननफानन में सॉफ्वेयर बदला गया ताकि इस रजिस्ट्री क किया जा सके। यह रजिस्ट्री पूरे राज्य में चर्चा का विषय बनी हुई है,जो भी हो इससे उत्तर प्रदेश सरकार को मोटा राजस्व प्राप्त हुआ है।
